◆ 14 अगस्त को भाजपा मना रही है विभाजन विभीषिका दिवस
अयोध्या। देश के बटवारे के दर्द को कभी भुलाया नही जा सकता है। 14 अगस्त भारतीय इतिहास का काला दिवस है। इस दिन भारत के भूगोल, समाज व संस्कृति का बंटवारा हो गया। इस दौरान देशवासियों ने घोर कष्ट उठाए। उस पीड़ा को कभी भुलाया नही जा सकता है। इस पीड़ा से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने के लिए भाजपा 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस मना रही है। उक्त बातें सर्किट हाउस में अयोजित प्रेस वार्ता के दौरान सांसद लल्लू सिंह ने कही। इस दौरान जिला प्रभारी/सदस्य विधान परिषद पद्मसेन चौधरी, महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्र व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह भी मौजूद थे।
उन्होनें आगे बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी 15 अगस्त को घर-घर तिरंगा अभियान के तहत हर घर पर तिरंगा फहराने का कार्य किया जाएगा। मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत जनपद के सभी गावों में प्रधानमंत्री के संदेश का शिलालेख लगवाया जाएगा। शिलालेख में गांव के आजादी की लडाई में शहीदों, सेना व अर्द्धसैनिकों के नाम अंकित रहेंगे जिन्होनें देश के लिए अपना बलिदान दिया। प्रत्येक गावों की मिट्टी एकत्र की जाएगी। जिसे दिल्ली में कतर्व्य पथ पर बने अमृत वन में डाला जाएगा। 14 अगस्त को मौन जलूस निकाला जागएगा। महापुरूषों की मूर्तियों की साफ-सफाई व माल्यापर्ण का कार्यक्रम किया जाएगा। सायं काल संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। जिससे आज की पीढ़ी विभाजन के दोषियों तथा इस दौरान की त्रासदी से अवगत हो सके। 15 अगस्त को युवा मोर्चा के द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। 16 अगस्त को अटल जी की पुण्यतिथि मनाने का कार्यक्रम है।
जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा 14 अगस्त को भाजपा सिविल लाइन कार्यालय से गांधी पार्क होते हुए पार्टी कार्यालय तक मौन जलूस निकाला जाएगा। साथ ही महापुरूषों की मूर्तियों की साफ-सफाई की जाएगी। जिले के कार्यकताओं की संगोष्ठी सिविल लाइन कार्यालय तथा महानगर के कार्यकताओं की संगोष्ठी नए कार्यालय सहादतगंज पर आयोजित होगी। महानगर जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्र ने कहा कि कार्यक्रम आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। कार्यकताओं को इसके लिए जिम्मेदारियां सौपीं गई है। हमारा प्रयास है कि वर्तमान पीढ़ी को हमारे इतिहास के बारें में जानकारी रहे। विभाजन के दौरान मानवता को मिले दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आम जन तक इसकी जानकारी पहुंचना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है।