◆ महापौर ने नगर आयुक्त को दिए एई, जेई एवं सुपरवाइजर पर कार्रवाई के निर्देश
◆ सात जुलाई के कड़े निर्देशों के बाद भी लापरवाह बने रहे अधिकारी
अयोध्या। सरकार के विकास की प्राथमिकताओं में एक रामनगरी की पेयजल व्यवस्था लचर है। श्रद्धालुओं की उमड़ती भीड़ के कारण प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री स्तर से अयोध्या की व्यवस्थाओं की लगातार समीक्षा के बाद भी कई अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाह है। जिनको कार्रवाई का भी डर नहीं है। ऐसी एक हकीकत महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी के निरीक्षण में सामने आयी है। लक्ष्मण घाट के अड़गड़ा मोहल्ले में 20 दिन से पेयजल आपूर्ति बाधित है। मामले में जलकल विभाग के अवर अभियंता, सहायक अभियंता एवं सुपरवाइजर पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में गुरुवार को महापौर ने नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा को निर्देश दिया है।
रामनगरी में पेयजल व्यवस्था की हकीकत परखने के लिए महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने लक्ष्मणघाट वार्ड के अड़गड़ा मोहल्ला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय निवासियों से मुलाकात कर पेयजल आपूर्ति संबंधी समस्या को जाना। लोगों ने बताया कि पिछले 20 दिनों से क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बाधित है। इससे लोगों को रोजमर्रा की आवश्यकता समेत पीने के पानी का भी संकट झेलना पड़ रहा है।
पानी के लिए लोगों को हो रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए जल कल विभाग के सहायक अभियंता जयकुमार के अलावा अयोध्याधाम के अवर अभियंता और सुपरवाइजर को जवाबदेह ठहराया गया। इससे पूर्व 07 जुलाई को जलकल विभाग के समीक्षा बैठक में रामनगरी की जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन अब व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ। जलकल विभाग के कर्मचारियों को महापौर ने कार्यशैली में सुधार लाने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि यदि लोगों को पीने के पानी को लेकर परेशानी हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।