Home Ayodhya/Ambedkar Nagar अयोध्या भ्रष्टाचार के कारण अयोध्या में हुई भाजपा की हार –  संतोष दूबे

भ्रष्टाचार के कारण अयोध्या में हुई भाजपा की हार –  संतोष दूबे

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अयोध्या। सिविल लाइन के शाने-ए-अवध होटल में प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए धर्मसेना प्रमुख व बाबरी विध्वंस के आरोपी संतोष दूबे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अयोध्या से भाजपा की हार को लेकर अयोध्या वासियों पर जो अपमानजनक टिप्पणियां की जा रही हैं। यह एक बड़ा षड्यंत्र है पूरी बीजेपी आईटी सेल इसमें साजिश पूर्ण ढंग से लगी हुई है अयोध्या वासी बुरी तरह से आहत है भाजपा की हार का ठीकरा अयोध्या वासियों पर फोड़ना, ना ही न्याय संगत है और ना ही तर्कसंगत।

उन्होंने कहा कि जनपद के तमाम प्रशासनिक अधिकारी अयोध्या विकास के नाम पर कमीशन और लूटपाट का खेल खेल रहे हैं, जिसकी जानकारी पूर्व सांसद को थी, लेकिन वह खुद ही इस खेल में शामिल हो गए किसी के विरुद्ध कुछ नहीं बोल जिसका परिणाम जनता ने उन्हें हार के रूप में दिया। राम पथ पर सैकड़ो मंदिर तोड़ दे गए किंतु खजूर वाली मस्जिद जो की गुदडी बाजार के पास स्थित है ,उसे साफ-साफ बचा लिया गया। जिससे पूरा हिंदू समाज चिढ़ा हुआ था।

उन्होंने कहा कि 2 नवंबर 1990 को जी मुलायम सिंह यादव और नृपेन्द्र मिश्रा ने सैकड़ो कारसेवाओं पर गोली चलवाई इस मुलायम सिंह यादव को सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया और नृपेद्र मिश्र को ट्रस्ट का मुखिया बना दिया। कार सेवा में बलिदान हुए परिवार आज भी न्याय की आस में भटक रहे हैं। किंतु ना तो मंदिर ट्रस्ट और ना ही किसी जनप्रतिनिधि द्वारा उनकी समस्याओं को गंभीरता पूर्वक लिया गया।

 उन्होंने कहा कि अभी कहा कि पूरे अयोध्या क्षेत्र गुजरातियों के कब्जे में है छोटे-बड़े ठेके सभी गुजरातियों के हाथों में दे दिए गए हैं। अयोध्या के विभिन्न पौराणिक स्थल जैसे सूर्यकुंड, गुप्तार घाट, का भी ठेका गुजरातियों को दे दिया गया है। यहां तक की शमशान घाट का ठेका भी गुजरातीयों को दिया गया है। टेंट सिटी का ठेका एक मुस्लिम गुजराती को दिया गया। जल निगम व नगर निगम ने मिलकर सड़कों के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया और भयंकर कमीशन खाई गई। जिसकी वजह से पूरे रामपथ पर भयंकर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। अयोध्या का प्रशासन पूरी तरह से हिंदू विरोधी है यह बात उस समय पता चली जब अयोध्या के प्रमुख संत राजू दास की सुरक्षा को वापस ले लिया गया पूर्व में ऐसी अनेक हिंदू विरोधी घटनाएं हुई जिस पर संसद मौन रहे, और जिसका खामियाजा उन्हें अपनी हार के रूप में देखना पड़ा।

प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से अधिवक्ता मनीष पांडेय राष्ट्रीय प्रवक्ता हिंदू महासभा, अधिवक्ता अश्वनी पांडेय राष्ट्रीय अध्यक्ष विधि प्रकोष्ठ लोकतांत्रिक लोकराज्यम पार्टी, दिग्विजय पांडे ,संजय पांडेय, प्रभाकर सिंह ,अवधेश मिश्रा, राजेश दुबे , राम सुमन मिश्रा बृजेश दुबे ईत्यादि लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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