◆ एसडीएम व भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच हुई नोंक-झोंक के बाद भाकियू ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
◆ एक सप्ताह में किसानों की समस्याओं का निस्तारण के आश्वासन पर भाकियू ने समाप्त की पंचायत
मिल्कीपुर, अयोध्या। भाकियू कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्या को लेकर मिल्कीपुर तहसील परिसर में सोमवार को एक दिवसीय पंचायत की। एसडीएम तथा भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच एक दिवसीय पंचायत को लेकर हुई नोंक-झोंक के बाद नाराज एसडीएम ने आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं के कार्यशैली को देखकर पुलिस को फोन करके बुलाया। पुलिस प्रशासन के तहसील परिसर में पहुंच कर आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं को किसी तरह समझा बुझाकर शांत कराया।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता अपने जिलाध्यक्ष राम गणेश मौर्या के नेतृत्व में किसानों की 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय पंचायत आयोजित किया। एक दिवसीय पंचायत में आए दर्जनों भाकियू कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं का निस्तारण करने की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। तभी एसडीएम मिल्कीपुर राजीव रत्न सिंह अपने कार्यालय से निकल कर गाड़ी में बैठ कर बाहर निकल रहे थे उसी समय मांग न पूरी होने पर आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी के सामने आकर खड़े हो गए। जिसके बाद एसडीएम गाड़ी से बाहर निकल कर तहसील परिसर में पंचायत करने का भाकियू कार्यकर्ताओं से अनुमति का कागजात मांगा। जिस पर भाकियू कार्यकर्ता ने जवाब दिया उन्हें किसानों की समस्याओं को उठाने के लिए किसी की अनुमति नहीं लेनी पड़ती है। जिसको लेकर एसडीएम तथा भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच नोंक-झोंक होने लगी, आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं को देखकर एसडीएम मिल्कीपुर राजीव रत्न सिंह ने उक्त मामले की सूचना देते हुए क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर को फोन कर पुलिस भेजने को कहा। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस के आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर किसी तरह शांत कराया। जिसके बाद तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा काफी मान-मनौव्वल तथा एक सप्ताह के भीतर समस्या का निस्तारण कराने के आश्वासन पर आक्रोशित भाकियू कार्यकर्ताओं ने एक दिवसीय पंचायत समाप्त किया।
भाकियू के तहसील अध्यक्ष मिल्कीपुर राजेश मिश्र का कहना है कि किसानों की समस्याओं को उठाने पर भाकियू कार्यकर्ताओं पर एसडीएम द्वारा मुकदमा लिखाने की धमकी दी गई है। बीते 3 सितंबर 2024 को किसने की समस्याओं को लेकर एक मांग पत्र तहसील प्रशासन को दिया गया था जिसका आज तक निस्तारण नहीं हुआ है। सोमवार को किसानों की पुरानी तथा नयी समस्याओं के निस्तारण के लिए एक मांग पत्र पंचायत के माध्यम से तहसील प्रशासन को सौंपा जाना था। जिसमें चक मार्ग से अवैध कब्जा हटाने, तेज बारिश व तूफान में गन्ना व धान की फसल बर्बाद होने वाले किसानों को मुआवजा देने, नवीन परती भूमि से अवैध कब्जा हटाने, पात्र गृहस्थी राशनकार्डों में यूनिट जोड़ने व घटाने व विद्युत विभाग द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं के बिलों में काफी अनियमितता सहित अन्य प्रमुख मांगे शामिल हैं।
एसडीएम मिल्कीपुर राजीव रत्न सिंह ने बताया कि तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन व पंचायत करने हेतु पूर्व सूचना देकर अनुमति लेनी होती है। धरना प्रदर्शन करने तथा पंचायत के लिए पांच नंबर मैदान है उक्त कार्यक्रम वहीं आयोजित करना था। तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन व पंचायत करने से कोर्ट तथा कार्यालय का कार्य सुचारू रूप संचालित नहीं हो सकता है।