◆ 8 छात्रों पर विश्वविद्यालय की दंडात्मक कार्यवाही से नाराज हैं छात्र
कुमारगंज, अयोध्या । कुमारगंज विश्वविद्यालय में मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का उद्घाटन करने पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के सामने एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रर्दशन किया। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 8 छात्र छात्रों के खिलाफ की गई दंडात्मक कार्यवाही से नाराज एबीवीपी कार्यकर्ताओं एवं छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन सहित पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
छात्रों का उग्र प्रदर्शन देख पुलिस एवं प्रशासन हरकत में आ गया और कृषि विश्वविद्यालय के दोनों प्रवेश द्वारों को बंद करा दिया। छात्रों द्वारा तीन सूत्रीय मांगो का एक ज्ञापन भी प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने नहीं लिया। जिससे नाराज और आक्रोशित छात्र एवं एबीवीपी कार्यकर्ता कृषि मंत्री के वाहन के आगे पहुंचकर उन्हें विश्वविद्यालय परिसर से बाहर जाने से रोकने लगे। भारी संख्या में मौजूद पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं को घसीट घसीट कर कृषि मंत्री के वाहन के आगे से हटाया।
मीडिया कर्मियों ने कृषि मंत्री से समूचे प्रकरण पर जानकारी के लिए वार्ता करना चाहे लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। देवीपाटन मंडल और अयोध्या मंडलों के कृषि वैज्ञानिकों तथा कृषि अधिकारियों एवं किसानों की एक समन्वय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में बुधवार को किया गया था। जिसके मुख्य अतिथि प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही थे। कृषि मंत्री को विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर ही रोके जाने एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ विजेंद्र सिंह का पुतला जलाए जाने के मकसद से भारी संख्या में छात्र एवं एबीवीपी कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार नंबर एक पर पहुंच गए थे। मामले की नजाकत का अंदाजा लगाकर एसडीएम एवं सीओ मिल्कीपुर भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने उग्र एवं आंदोलित छात्रों के हाथों से पुतला छीनवा लिया और आक्रोशित छात्रों को समझा बुझाकर शांत कराते हुए कृषि मंत्री से वार्ता कराए जाने का आश्वासन दिया। छात्र अपने हाथों में मांगो का ज्ञापन लिए जब कृषि मंत्री के पास पहुंचे तब उन्होंने छात्रों से वार्ता करने के बजाय विश्वविद्यालय परिसर से बाहर जाने की राह पकड़ ली। इसके बाद छात्र और उग्र हो गए तथा जमकर हंगामा हो गया। छात्र कुलपति सहित शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुनः गेट नंबर एक पर आ गए। प्रशासन उनके मान मनौव्वल में जुट गया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं के ज्ञापन में तत्काल विद्यार्थियों का निष्कासन रद्द किया जाए, विश्वविद्यालय के छात्र यशपाल के आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जाच कराए जाने सहित छात्रों के भविष्य को अंधकार में डालने व विश्वविद्यालय के कुप्रबंधन की वजह से आत्महत्या जैसी जघन्य घटनाओं के दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही किए जाने की मांग प्रमुख रूप से शामिल रही।