◆ रोहिंग्या को देश से बाहर करने तथा बांग्लादेश में हिन्दु पर हो रहे हमले के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर निकाला गया मार्च
अयोध्या। रोहिंग्या को देश से बाहर करने तथा बांग्लादेश में हिन्दु पर हो रहे हमले के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर धर्म सेना के नेतृत्व में विभिन्न हिन्दू संगठनों ने गुलाबबाड़ी से पैदल मार्च निकाला जिसे प्रशासन द्वारा चौक घंटाघर पर रोक लिया गया। जहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री ,और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा को सौंपा गया।
प्रशासन द्वारा चौक घंटाघर पर पैदल मार्च को रोकने से कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। उनका आरोप था कि मार्च को सिविल लाइन तक जाना था। जिसकी प्रशासन को सूचना भी दी गई थी। फिर भी प्रशासन द्वारा मार्च को रोका गया। प्रशासन के समझाने के बाद कार्यकर्ता शांत हुए।
धर्म सेना प्रमुख संतोष दूबे ने कहा कि जिस तरह बाबरी का विध्वंस एक रणनीति बनाकर किया गया ठीक उसी प्रकार एक रणनीति बनाकर इन रोहिंग्या और बांग्लादेश घुसपैठियों को बाहर करने का संकल्प लिया जाता है। आंदोलन यहां पर नहीं समाप्त होगा बल्कि हर गांव हर शहर हर ब्लॉक स्तर पर आयोजित किया जाएगा। जब तक इस देश से बांग्लादेश घुसपैठिए और रोहिंग्या बाहर नहीं किए जाते धर्म सेना शांत नहीं बैठेगी। उन्होंने कहा कि धर्म सेना के तत्वाधान में अगले आंदोलन में एक लाख की भीड़ के साथ के साथ सड़क पर उतर जाएगा।
मित्र मंच प्रमुख शरद पाठक बाबा व युवा नेता यश पाठक ने बताया कि एक और कारसेवा की आवश्यकता है। सरकार बांग्लादेश के मामले पर हस्तक्षेप नहीं करती तब कारसेवकों को बुलाना पड़ेगा। रोहिंग्या मुसलमानो को निकालने के लिए एक और कारसेवा होगी।
हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि सभी रोहिंग्या और बांग्लादेश घुसपैठियों की जांच करवानी चाहिए। अधिवक्ता श्वेता राज सिंह ने कहा कि जिस प्रकार नवरात्रि में कन्याओं का पूजन किया जाता है उसके पीछे यह धारणा होती है कि कन्याओं को शस्त्र धारण करके उनकी पूजा तो हो ही साथ ही साथ वह समाज पर होने वाले अत्याचार रूपी राक्षसों से भी लड़ सकें, हमारी प्रेरणा काली दुर्गा और रणचंडी है हमें उन्हीं से शिक्षा लेकर आगे बढ़ना होगा। धर्म सेना प्रदेश प्रमुख रवि शंकर पांडेय ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति को देखते हुए भारत सरकार को तत्काल प्रभाव से बांग्लादेश के विरुद्ध सैन्य कार्यवाही किए जाने की आवश्यकता है।
पैदल मार्च में प्रमुख लोगों में प्रज्ञा श्रीवास्तव, परमजीत कौर, परमिंदर कौर, केतकी निषाद, साधना गुप्ता रेखा शर्मा रेनू अनामिका, दिग्विजय चौबे, विक्रम मणि त्रिपाठी, घनश्याम विश्वकर्मा, संजय पांडेय, विनोद पांडेय, एडवोकेट सचिंद्रनाथ त्रिपाठी एडवोकेट आदर्श मिश्रा, अधिवक्ता असेद्र पांडेय, अधिवक्ता अतुल पाठक, सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।