◆ विभिन्न सामाजिक संगठनों ने निकाला मार्च आयोजित की संगोष्ठी
अयोध्या। काकोरी कांड के महानायकों अशफाक उल्ला खां, पंडित राम प्रसाद विस्मिल, ठा. रोशन सिंह व राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी के शहादत दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। विभिन्न सामाजिक संस्थानों ने गोष्ठियों का आयोजन किया। मार्च निकाल कर अमर शहीदों को याद किया गया।
शहीद भगत सिंह स्मृति ट्रस्ट द्वारा याद करो कुर्बानी मार्च निकला। इससे पूर्व पुष्पराज चौराहे स्थित बिजली विभाग के कार्यालय के सामने मैदान में सभा का आयोजन किया गया।
सभा में रामजी तिवारी ने क्रांतिकारी गीत वक्त यही बढो साथियों सुनाया,युवा कवि कबीर,जलेस के अध्यक्ष जफर सर,पूजा श्रीवास्तव न क्रांतिकारी कविता पढ़ करके श्रधांजलि अर्पित किया। डा विनीता कुशवाहा ने कहा कि आजादी के लिए क्रान्तिकारियो ने कुर्बानी दिया,साझी शहादत,साझी विरासत को बरकरार रखने की जरूरत है। डीवाईएफआई के प्रदेश उपाध्यक्ष शेरबहादुर शेर ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत को देश से भगाने के लिए बहुत सारे युवाओं ने कुर्बानी दिया। मुक्कमल आंदोलन व कुर्बानी की बदौलत देश आजाद हुआ। समाजवादी महिला सभा की महानगर अध्यक्ष अपर्णा जायसवाल ने कहा कि क्रान्तिकारियो की कुर्बानी से सीखना होगा महिलाओं व युवाओं को और आज के हालात में नफरत व हिंसा का मुंहतोड़ जाबाब देना होगा। ट्रस्ट चेयरमैन सत्यभान सिंह जनवादी ने कहा कि क्रांतिकारियों ने अपने लिए नही अपनो के लिए कुर्बानी दिया।सभा के उपरान्त पुष्पराज चौराहे से होते हुए जेल परिसर में अमर शहीद अशफाक उल्लाह खान की प्रतिमा पर पहुचकर माल्यार्पण करके श्रधांजलि अर्पित किया गया।
कार्यक्रम को किसान नेता कमला प्रसाद बागी, अनिल वर्मा, धीरज द्विवेदी, शिबधर द्विवेदी, श्रीनिवास पांडेय, बीएसएनल यूनियन के अध्यक्ष कॉम तिलकराज तिवारी, अजय बाबा, रामजी तिवारी, पल्लन, रामरती, रामकली, अखिलेश सिंह, पी के, रामसुरेश निषाद, श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, राजीव श्रीवास्तव, मोहम्मद जफर, सुशीला, मीना, लतीफ अहमद, शेरबहादुर शेर, अर्जुन यादव, रामनायक सिंह, मीना यादव, विनीत मौर्या, पूनम बौद्ध, मौजूद रहे।
