◆ रात में प्रदर्शन के दौरान जिलाधिकारी ने दिया था जांच का आश्वासन
◆ शहीद का बेटा है शिवम यादव, एक्सीडेंट में हुई थी मौत, एसडीएम की प्रताड़ना से डिप्रेशन में जाने का परिजनों का था आरोप
अयोध्या। शहीद के बेटे व तहसीलकर्मी शिवम यादव को प्रताड़ित करने के प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच होगी। जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल के सामने हो रहे धरना प्रदर्शन में शनिवार/रविवार की रात इसका आश्वासन दिया था। एडीएम भूमि अध्याप्ति को इसकी जांच सौंपी गई है। जिन्हें 15 दिन में जांच पूरी करने के लिए कहा गया है।
शनिवार की शाम सोहावल तहसील में तैनात लिपिक शिवम यादव की थाना कैंट क्षेत्र स्थित सहादतगंज में हुए रोड़ एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। जिला अस्पताल में परिजनों व साथी कर्मचारियों ने एसडीएम अभिषेक सिंह पर शिवम को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। जिससे वह डिप्रेशन में चला गया था। एसडीएम पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिला अस्पताल के सामने सड़क जाम करके लोगो ने प्रदर्शन किया था। जिसमें सपा सांसद अवधेश प्रसाद व पूर्व मंत्री तेजनारायन पाण्डेय शामिल हुए थे। साढ़े नौ बजे शुरु हुआ प्रदर्शन देर रात तक चला। जिलाधिकारी चन्द्रविजय सिंह ने इस प्रकरण में मजिस्ट्रेटी जांच का आश्वासन दिया। जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।
रविवार को सोशल मीडिया पर यह प्रकरण सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बन गया है। एसडीएम द्वारा शिवम का बाल मुंडवा देने के आरोपों को लेकर प्रशासन के साथ सरकार की किरकिरी भी हो रही है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी इसको लेकर सवाल उठाये। जिसके बाद प्रशासन पूरी तरह से बैकफुट पर आ गया। एसडीएम सोहावल अभिषेक सिंह का स्थानांतरण जिलाधिकारी बीकापुर में उपजिलाधिकारी न्यायिक पर कर दिया गया है। हालांकि परिजन एसडीएम के निलम्बन व एफआईआर की मांग कर रहे है।