अयोध्या। देवा हॉस्पिटल के पास कोहिनूर पैलेस के बगल स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर बड़ौदा यूपी बैंक के अधिकारी व कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर अपनी कई मांगो को लेकर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। अंतिम दिन सभी ने नारेबाजी करते अपनी मांगे पूरी करने के लिए कहा। प्रदर्शन के दौरान ऑफिसर्स एसोसिएशन अध्यक्ष राजेश खत्री ने कहा कि ग्रामीण बैंकों के कार्मिक अपनी 7 सूत्रीय मांगों के लिये लगातार अप्रैल 2020 से ही संघर्षरत है। लेकिन प्रबंधन अपनी तानाशाही एवं कुटिल नीति अपनाते हुए कार्मिकों का शोषण तो कर ही रहा है। मानवीयता को इस कदर प्रभावित किया है।जिसमे बीयूपी के बहुत से लोग अवसाद ग्रस्त हो कर अस्वस्थ्य होते चले जा रहे हैं। जिसके कारण बाध्य होकर हड़ताल जैसे कार्मिक अस्त्र का सहारा लेना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि हमारी प्रमुख मांगे हैं। भारत सरकार, नाबार्ड द्वारा स्वीकृत मित्रा कमेटी की संस्तुति के अनुसार समस्त पदों पर प्रोन्नति एवं व्यवसाय के सापेक्ष कार्मिक संख्या में वृद्धि की जाय तथा नयी भर्ती की जाय। समस्त वेतन, लाभ, सुविधाएं प्रायोजक बैंक के समान जारी किया जाए। एवं ग्रामीण बैंकों के कार्मिकों को भारत में कहीं भी आवासीय ऋण सुविधा उपलब्ध करायी जाए। सफाई कमीं एवं दैनिक अंशकालिक कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए। अध्यक्ष के अतिरिक्त सभी पदों पर नियुक्ति ग्रामीण बैंकों के अधिकारी से की जाए।वही कहा इस तरह संस्था हित एवं कार्मिक हित सर्वोपरि मानते हुए स्थानीय समस्याओं का समाधान कार्मिकों के प्राप्त प्रार्थना/ आवेदन पत्र के अनुसार निस्तारित किया जाए। धरने की अध्यक्षता ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयोजक रोहित जायसवाल ने की। धरने में वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र गौतम, महामन्त्री विवेक सिंह, राजेश खत्री,अजय कटारा, मो. आजम, जय प्रकाश, अब्दुल हमीद आदि मौजूद रहे।