◆ मामला पांच सौ रुपए लेकर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र देने का
जलालपुर, अंबेडकर नगर। पांच सौ रुपये में कोविड वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र जारी करने के वायरल ऑडियो के मामले में कोई कार्रवाई न किए जाने के चलते चर्चाओं के गर्म हुए बाजार के बीच लोगों ने दबी जुबान से कहना शुरू कर दिया है कि कहीं दाल में काले की जगह पूरी दाल ही तो काली नहीं है। बीती 28 दिसम्बर को कोविड टीके की तीसरी डोज़ लगवाने सीएचसी नगपुर पहुंचे युवक से तीसरी डोज़ का प्रमाण पत्र जारी करने के नाम पर वहां मौजूद बृजेश कुमार द्वारा खाते में पांच सौ रुपये मंगवा कर गैर जिले से बनवाया गया बैक डेट का प्रमाणपत्र पीड़ित के मोबाइल पर भेज दिया गया। सुल्तानपुर जिले से जारी हुए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के मामले में उच्चाधिकारी से जांच करायी जाए तो कई जिलों का एक संगठित गिरोह फंसता हुआ नजर आ रहा है। लोगों के बीच यह मान्यता प्रचलित हो रही है कि पैसे लेकर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र जारी करने वाला यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय है। वहीं जब इस प्रकरण के संबंध में सीएमओ से वार्ता करने का प्रयास किया गया तो दो बार मीटिंग में होने का हवाला देते हुए उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया।
वहीं प्रकरण मीडिया में सामने आने के बाद लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है। प्रमाण पत्र निर्गत किए जाने के नाम पर वसूली का खेल उजागर होने पर लोगों में कार्रवाई न किये जाने को लेकर सवाल उठा रह है।