अयोध्या । राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश गौरव कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया। नूरी अन्सार, अपर जिला जज व नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत, एवं अनिल कुमार वर्मा सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जनपद न्यायालय अयोध्या के अनुसार 14 सितम्बर को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 44807 वादों को निस्तारित किया गया। कुल समझौता राशि लगभग 14 करोड़ है। जिसमें पीठासीन अधिकारी प्रत्युश आनंद मिश्रा द्वारा 15,000 वादों का निस्तारण किया गया। शेषमणि न्यायाधीश मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण द्वारा कुल 115 केस निस्तारण हेतु नियत थे, जिसमें से कुल 83 वाद निस्तारित किये गये, जिसपर लगभग 5 करोड़ की धनराशि क्षतितपूर्ति निर्धारित की गयी। बैंक रिकवरी से संबंन्धित 1090 प्री-लिटिगेशन वाद निस्तारित किये गये। बैंक संबंन्धित ऋण लगभग 6 करोड़ वसूल किये गये। जो विगत लोक अदालत की तुलना में अधिक वाद निस्तारित किये गये हैं। पारिवारिक विवाद से सम्बन्धित 46 मुकदमों को निस्तारित किया गया है, जिसमें कई पुराने वाद निस्तारित किये गये।
संबंधित मजिस्ट्रेट न्यायालयों द्वारा 7015 वाद निस्तारित किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 2170 वाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम द्वारा 2009 वादों का निस्तारण किया गया। सिविल न्यायालय द्वारा कुल 108 मामलों का निस्तारण किया गया, जो विगत लोक अदालत की तुलना में अधिक वाद निस्तारित किया गया है। राजस्व मामलों से संबन्धित 21437 वाद विभिन्न राजस्व न्यायालय द्वारा निस्तारित किये गये।
इस दौरान राहुल कुमार कात्यायन, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, राजेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव-तृतीय, पीठासीन अधिकारी, कामर्शियल न्यायालय, अयोध्या, अल्पना सक्सेना, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, अयोध्या एवं अपर जनपद न्यायाधीश व सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अपर जनपद न्यायाधीश व विशेष न्यायाधीश पाक्सो एक्ट-द्वितीय व अन्य सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।