◆ भजनों व सोहरों के मधुर गान के मध्य राम भक्ति में तल्लीन दिखी राम नगरी
◆ बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के साथ सुरक्षा के रहे व्यापक इंतजाम
अयोध्या। प्रभु श्री राम लला के दिव्य मंदिर में विराजने के बाद रामनवमी पर अलौकिक राममंदिर में ऊपरी तल से भूतल तक दर्पण से दर्पण टकराती भगवान भास्कर दिवाकर की किरणें मध्य दिवस में रामलला के मस्तक का अभिषेक किया।

टकटकी लगाए राम भक्तों का रोम रोम पुलकित हो उठा। मंदिर में उपस्थित भक्तों की भारी भीड़ ने इस अविस्मरणीय पल की यादों को सहेजने में लगी थी। अपने घरों में टीवी के सामने बैठे लोगों इस दृश्य को देख भाव विभोर हो गए। श्रीराम नवमी पर पूरी रामनगरी दुल्हन की तरह सजी-सवंरी व निखरी थी। शताब्दियों के संघर्ष के बाद हमारे आराध्य का अपने जन्म स्थान विराजमान होने के बाद यह पहला जन्मोत्सव है।
