अयोध्या । भारत की जनवादी नौजवान सभा के पूर्व प्रदेश महासचिव व मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सत्यभान सिंह जनवादी ने रामजी तिवारी, धीरज द्विवेदी, अखिलेश सिंह, विश्वजीत सिंह राजू सहित दर्जनों साथियों के साथ करीब 25 साल के लंबे समय के बाद यह कहते हुए की पार्टी में लोकतंत्र एकदम नही रह गया है और पार्टी में तानासाही बढ़ गई है। पार्टी को अपने दर्जनों समर्थकों के साथ अलविदा कह दिया।
बैठक की अध्यक्षता रामजी तिवारी ने किया और संचालन जनौस जिलाध्यक्ष धीरज द्विवेदी ने किया। सत्यभान सिंह जनवादी ने बताया कि माह सितंबर 1996 में जनौस के तब सदस्य बने जब इस संगठन को कोई जानता नही था। पहली बार नगर संयोजक 1997 में बने इसके बाद 25 जून 1999 में नरेंद्रायल में पहले जिला सम्मेलन में सर्वसम्मति जिलाध्यक्ष चुने गए।उसके बाद लगातार 5 बार जिलाध्यक्ष चुने गए।राज्यकमेटी में लिए गए और 2018 फैज़ाबाद में हुए प्रदेश सम्मेलन में पहली बार प्रदेश महासचिव चुने गए।और प्रदेश युवाओं को उनके रोजगार के लिए संघर्ष करने के लिए लामबंद किया।राष्ट्रीय कमेटी में चुने गए।और पिछले साल मई 2022 में कोलकाता के राष्ट्रीय अभिवेशन में संगठन से रिलीव हुए।और पार्टी में 1997 से सदस्य रहे और करीब 6 बार से जिला कमेटी के सदस्य रहे। पार्टी के लिए दिन रात काम तन मन धन से करते रहेऔर संघर्ष को अपना रास्ता चुना। उनका कहना है कि पार्टी में अब चापलूसों की फौज खड़ी हो गई है अच्छे कार्यकर्ताओं के बारे प्रदेश नेतृत्व भी नही सोचता। पार्टी में तानाशाही बढ़ गई है अब कार्यकर्ताओं की कोई नही सुनता। इसलिए अब पार्टी से अलविदा । अब साथी शहीद भगतसिंह स्मृति ट्रस्ट में सामाजिक मुद्दों पर काम व संघर्ष किया जाएगा। सत्यभान सिंह के साथ पार्टी के नगर सचिव रामजी तिवारी,धीरज द्विवेदी, मीना, शिबधर द्विवेदी, रेशमा बानो, लतीफ,पल्लन श्रीवास्तव, अजय बाबा, अहमद, निधिनन्दनी, विश्वजीत सिंह राजू, महावीर पाल ,बीकापुर ब्रान्च के बालकिशन यादव, पुनम, राजेश नंदन, रामदुलारे यादव, रामरती, रामकली, मथुरा प्रसाद,मया ब्रांच के सचिव अखिलेश सिंह,गुडडू सिंह, सुनील यादव, सत्यप्रकाश सिंह, राम नरेंद्र पाल, राम चेत पाल, रामसुरेश निषाद, कपिल यादव,आदि दर्जनों पार्टी के सदस्यों ने पार्टी को छोड़ दिया। बैठक में जनौस के प्रदेश उपाध्यक्ष शेरबहादुर शेर मौजूद रहे।