अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने नव्य अयोध्या में पर्यटन विकास निगम द्वारा बनाये गये नव्य अयोध्या टेंट सिटी का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने बताया कि पर्यटन विकास निगम द्वारा अयोध्या धाम आने वाले श्रद्वालुओं को ठहरने हेतु इस टेंट सिटी का निर्माण किया गया है। जिसमें 20 हजार 500 श्रद्वालुओं के ठहरने की सुविधा है। इसे 6 भागों में अंजनेरी अतिथि गृह, मिथिला अतिथि गृह, पंचवटी अतिथि गृह, प्रयाग अतिथि गृह एवं चित्रकूट अतिथि गृह में दो-दो हजार लोगों तथा वाल्मीकि अतिथि गृह (वी0आई0पी0) में 500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। इसके प्रत्येक ब्लाक में किचेन, डायनेनिंग एरिया, सांस्कृतिक मंच, हेल्थ क्लीनिक सहित सभी में एक कामन एरिया में लाकर की सुविधा उपलब्ध है। इसी के साथ टेंट सिटी में एक 20 बेड का अस्थायी चिकित्सालय बनाया गया है।
उन्होनें बताया कि प्रत्येक ब्लाक में मोबाइल एटीएम की भी व्यवस्था हो। सभी में एक-एक एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड की गाड़ियां भी लगायी गयी है। टेंट सिटी में मानीटरिंग स्टेशन भी स्थापित है जहां पर सीसीटीवी, कन्ट्रोल रूम, पब्लिक एनाउन्समेंट सिस्टम आदि व्यवस्थायें है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को टेंट सिटी में स्थापित चिकित्सालय में पर्याप्त चिकित्सीय संसाधन एवं स्टाफ उपलब्ध कराने तथा समस्त स्टाफ को टेंट सिटी में ही निवासित रहने व अपने दायित्वों का जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करनेंके निर्देश दिये। उन्होंने निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित रखने हेतु भी विद्युत विभाग को निर्देशित किया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के उपरान्त अयोध्या धाम में श्रद्वालुओं की संख्या तेजी से वृद्वि हुई है। जिसके लेकर नव्य अयोध्या टेंट सिटी में 25000 लोगों के ठहरने की व्यवस्था पर्यटन विकास निगम द्वारा किया गया है। इसी के साथ ही नगर निगम द्वारा हनुमान गुफा के पास 2500, साकेत पेट्रोल पम्प के पास 1500 तथा स्फटिक शिला के पास 1000 लोगों के ठहरने हेतु टेंट सिटी बनायी गयी है। जिलाधिकारी ने समस्त टेंट सिटी में समस्त आधारभूत सुविधाओं सहित बेहतर साफ सफाई, नियमित फागिंग आदि व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान जीएम उप्र पर्यटन विकास निगम अश्विनी कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।