◆ नंदीग्राम महोत्सव में लोक गायक धीरज कांत ने अपने गीतों से श्रोताओं को किया मंत्र मुग्ध
बीकापुर, अयोध्या। भरत कुण्ड महोत्सव में देर शाम को चलने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीतों पर श्रवण करने वाले मंत्र मुग्ध रहे है। जवने नगरिया में सरयू बहत हय…, वही हमरे प्रभु के रामनगरी……, कोई आया सखी फुलवरिया में, चलो देखन चली….। जैसे अनेकों गीतों की बेजोड़ प्रस्तुतियों ने नंदीग्राम महोत्सव के रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम दर्शकों को राम भक्ति रस से ओत-प्रोत कर दिया। बिहारी लोक गायक धीरज कांत ने अपने गीतों से दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों को झूमने के लिए विवस किया। गणेश वंदना के साथ शुरू हुआ गीत संगीत का सांस्कृतिक कार्यक्रम आधी रात तक चलता रहा। श्रोताओं से खचाखच भरा पंडाल जहां तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता दिखा। लोक गायिका आरू मिश्रा और गायिका प्रियंका यादव के भजनों पर महिलाएं मगन होकर झूमती रहीं।
इसके पूर्व मंचासीन नंदीग्राम महोत्सव के अध्यक्ष महंत भागवत दास जी महाराज की अगुवाई में भरत जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर धार्मिक अनुष्ठानों का प्रारम्भ हुए। साथ में रहे जौनपुर के राजेश सिंह द्वारा माल्यार्पण किया है। बिहारी लोक गायक धीरज कांत द्वारा गणेश और सरस्वती वंदना के गीतों पर दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी भक्ति भावना में गोते लगाते नजर आए। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष कमला शंकर पांडे द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया। जो देर रात तक अनवरत जारी रहा। धार्मिक अनुष्ठानों में मंचित 21 जजमानों के द्वारा 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ प्रस्तुत किया गया।