◆ मिल्कीपुर में मुख्य राजस्व अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ सम्पूर्ण समाधान दिवस में
कुमारगंज, अयोध्या । मिल्कीपुर तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता मुख्य राजस्व अधिकारी ने की। इस मौके पर एसडीएम राजीव रत्न सिंह, तहसीलदार प्रदीप कुमार सिंह, नायब तहसीलदार आनंद प्रकाश राव ने जनसमस्याओं को सुना। समाधान दिवस में फरियादियों ने तहसील प्रशासन द्वारा रिसीविंग पर्ची न देने का आरोप तहसील प्रशासन पर लगाया। दोपहर दो बजे तक 59 लोगों ने शिकायत दर्ज की गईं। चार शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण हो सका। समाधान दिवस में अधिकतर मामले राजस्व से संबंधित आएं जिनमे चकमार्गो व चको पर अतिक्रमण करने के रहे।
दर्शनदींन पुत्र शीतला प्रसाद निवासी धमथुवा मुगलन ने चकमार्ग पर आम का वृक्ष लगाकर विपक्षियों द्वारा कब्जा किए जाने की शिकायत की। अलीपुर खजुरी पूरे गंगा निवासी राजमणि पुत्र हृदयराम ने विपक्षियों द्वारा पेड़ कटवा कर बेच लेनी की शिकायत की। कुरावन गांव निवासी कुलदीप सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह ने ग्राम सभा के तलाब की भूमि पर जबरन कब्जा किए जाने की शिकायत की। और भाजपा किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष रणधीर सिंह ने ग्राम सभा तिंदौली में जल जीवन मिशन के तहत पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया हैं लेकिन इसका लाभ ग्राम वासियों को नहीं मिल रहा है। पानी की टंकी को सुचार संचालित करने के लिए ग्राम वासियों ने पूर्व में भी आधा दर्जन से अधिक शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी हैं। लेकिन शिकायत को कागजों में ही निस्तारित कर अधिकारियों द्वारा पल्ला झाड़ लिया जाता है की शिकायत की।
बीते छह तहसील दिवसों में यह भी देखने को मिल रहा हैं कि शिकायतकर्ताओं की शिकायतें जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज नहीं कराई जा रही हैं जिसकी बानगी शनिवार को देखने को मिली। सभागार के बाहर सैकड़ो शिकायतकर्ता प्रार्थना पत्र लिए हुए लाइन में खड़े दिखाई दिए। जबकि दिवस के समापन के पश्चात केवल 59 शिकायती प्रार्थना पत्र दर्ज होने की बात तहसील प्रशासन द्वारा बताई गई। वही तहसील के एक कर्मचारी ने अपना नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि उच्च अधिकारियों की नजर में समस्या निस्तारण में अव्वल दर्जा पाने हेतु ऐसा फंडा अपनाया जा रहा हैं।
तहसील में आएं कई फरियादी पीली पर्ची के लिए परेशान नजर आएं वकीलों से पूछने पर उन्हें जानकारी हुई की जिसकी शिकायत पोर्टल पर दर्ज होनी है उसी को पीली पर्ची मिलेगी। पीली पर्ची शिकायत की रिसीविंग है। ऐसा सुनकर फरियादी मायूस दिखे और यह कहने लगें की ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।