अयोध्या। सरयू के तट पर 22 फरवरी से 9 मार्च तक स्वामी प्रखर महाराज के सानिध्य और जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी डॉ राघवाचार्य महाराज के संयोजन में होने वाली श्री लक्षचण्डी महायज्ञ, श्री लक्ष गणपति महायज्ञ, श्रीराम महायज्ञ का भूमि पूजन हुआ। लगभग दो किलोमीटर चौड़े और एक किलोमीटर लंबे रेत पर महायज्ञ की तैयारी शुरू हो गई। इसमें देश विदेश के लाखों भक्त शामिल होंगे।
सप्तपुरियों में एक अयोध्या में प्रथम बार महामंडलेश्वर स्वामी प्रखर जी महाराज के तत्वाधान में 1500 ब्राह्मणों द्वारा 17 दिनों में 100 कुण्डीय विराट श्री लक्षचंडी महायज्ञ श्री लक्ष्गणपति महा यज्ञ एवं श्री राम यज्ञ का आयोजन गोलाघाट पर सरयू नदी के पावन तट पर सम्पन्न कराया जाएगा। महायज्ञ दुर्गा सप्तशती के एक लाख पाठ एवं दस हज़ार पाठों से हवन, विघ्नविनाशक भगवान गणेश जी की प्रसन्नता के लिए एक लाख गणपत्यथर्व शीर्ष पाठ तथा श्री सीताराम भगवान की प्रसत्रता के लिए एक लाख श्रीराम सूक्त पाठ के साथ सम्पन्न होगा। इस पावन महायज्ञ को सम्पन्न कराने के लिए 100 दम्पति, यजमान के रूप में भाग लेंगे। भूमि पूजन में अयोध्या के संत महंत शामिल हुए। संयोंजक रामानुजाचार्य डॉ. स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज द्वारा संपन्न हुआ। महायज्ञ 22 फरवरी से 09 मार्च होगा जिसमें प्रतिदिन संत सम्मेलन आयोजित होगा। 23 फरवरी से 1 मार्च तक श्री राम कथा औऱ 2 मार्च 8 मार्च तक श्रीमद् भागवत कथा का अयोजन किया गया है।