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सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए तैयार किया जाय अयोध्या मास्टर प्लान का प्रपोजल – योगी

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:: हाईलाट्स ::
अयोध्या में चल रही विकास योजनाओं की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा। 30 हजार करोड की लागत से 174 परियोजनाएं चल रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश – राम पथ के कार्य को दीपोत्सव तक पूर्ण करने, वार्डो में बनें कम्यूनिटी सेंटर, संस्थाओं के माध्यम से पार्को की हो देखभाल । तुलसी स्मारक भवन की धीमी प्रगति पर व्यक्त किया असंतोष । ग्रीनफील्ड आवासीय योजना के प्रगति बहुत धीमी। इसे तीव्रगति से किया जाय। ई-रिक्शा और ई-टैक्सी का रूट हो निर्धारित।

अयोध्या । अयोध्या विजन की 174 परियोजनायें है जिसकी लागत 30 हजार करोड़ है। इसमें 37 कार्यकारी विभाग है जिसमें प्राथमिकता की 98 परियोजनाएं है। यह जानकारी मुख्यमंत्री के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में दी गई। समीक्षा बैठक में विजन का प्रस्तुतीकरण के दौरान अपर मुख्य सचिव आवास नोडल अधिकारी ने शासन की तरफ से तथा मण्डलायुक्त गौरव दयाल ने विकास कार्यो का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राम पथ में प्रथम फेज नयाघाट से उदया चौराहा के कार्य चल रहे है इसके सभी कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता के साथ फुटपाथ एवं स्ट्रीट लाइट सहित अन्य सजावटी कार्यो को दीपोत्सव के पूर्व पूरा करे।  जिससे दीपोत्सव के दौरान आने वाले श्रद्वालुओं को कोई समस्या न हों। राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ पर किये जा रहे फसाड सौन्दर्यीकरण के कार्यो को भी शीघ्र पूरा किया जाय।

सड़क पर गंदगी न रहे इसके लिए निरन्तर साफ सफाई हो तथा सार्वजनिक शौचालय आवश्यकतानुसार पर्याप्त मात्रा में बनाये जाये। और अयोध्या क्षेत्र में स्ट्रीट वेन्डरों के लिए अलग से व्यवस्था की जाय एवं विस्थापितों का शत प्रतिशत पुर्नवास किया जाय।

उन्होंने कहा कि जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ सहित आदि मार्गो पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न होने दिया जाय। इन मार्गो पर स्थित मंदिरों में श्रद्वालुओं के आने जाने के लिए बेहतर व्यवस्था की जाय। धर्म पथ के भी चौड़ीकरण का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण किया जाय।

ग्रीनफील्ड आवासीय योजना के प्रगति की समीक्षा करते हुये कहा कि योजना की प्रगति बहुत धीमी है। इसे तीव्रगति से किया जाय। भारत के राज्यों के अलावा विदेशों के भी गेस्ट हाउस बनेंगे तथा भारत में लगभग एक हजार से अधिक पंथ सम्प्रदाय है उनके भी मठ-मंदिर बन सकते है।

अयोध्या का मास्टर प्लान 2031 बन रहा है अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत एवं विश्व फलक के महत्व को देखते हुये इस मास्टर प्लान के विस्तार के लिए शासन को प्रपोजल दिया जाय, जिस पर शासन जल्द निर्णय लें।

जिन गलियों का लेबल सड़क से नीचा हो गया है उनमें जलभराव की समस्या न उत्पन्न हो पायें । सभी वार्डो में कम्युनिटी/कन्वेन्सन सेन्टर बनाया जाय तथा अयोध्या के कैंट क्षेत्र के शेष 45 वार्डो के प्रत्येक दो-दो वार्ड को मिलाकर एक कन्वेन्सन सेन्टर बनाया जाय जिससे कि सड़क पर कोई कार्यक्रम न कर सकें। अयोध्या के जिन 33 पार्को का कायाकल्प योजना के तहत नगर निगम द्वारा जीर्णोद्वार किया गया है इन सभी पार्को में दो-तीन पार्को का गु्रप बनाकर प्राइवेट संस्थाओं के माध्यम से बेहतर ढंग से संचालित करायें।

ई-रिक्शा और ई-टैक्सी का रूट निर्धारित किया जाय। नाबालिग एवं अत्यंत वृद्व चालकों के रूप में कार्य न करें। इसके चार्जिंग प्वाइंट पेट्रोल पम्प के आसपास बनाये जाय। स्मार्ट सिटी योजना के तहत स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स सहित अन्य श्रद्वालुओं की सुविधाओं हेतु व्यवस्थाएं विकसित की जाय।

तुलसी स्मारक भवन की समीक्षा के दौरान उसकी धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि संस्कृति विभाग के अधिकारी जल्द से जल्द अवशेष धनराशि का भुगतान करें।

दर्शन नगर भरतकुंड मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य जिसकी लंबाई 16.50 किलोमीटर और 2 लाइन मार्ग चौड़ीकरण का शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। अयोध्या में ही एनएच 27 बाईपास से निकलकर मोहबरा बाजार होते हुए टेढ़ी बाजार श्री राम जन्मभूमि तक फोरलेन का जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।

इस बैठक में जनपद के प्रभारी मंत्री श्री सूर्यप्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, मेयर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायकगण रामचन्द्र यादव, वेदप्रकाश गुप्ता, डा0 अमित सिंह चौहान, एमएलसी हरिओम पांडेय सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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