◆ परकोटे के पास छह हजार तीर्थयात्रियों का जूता चप्पल रखने का बनेगा स्थान
◆ पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाया जाएगा भगवान का प्राकोट्सव
अयोध्या। राममंदिर परिसर में 500 तीर्थ यात्रियों के बैठने के सभागार का शिलान्यास सोमवार को मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास ने किया। ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने बताया कि सभागार में आवश्यकता पड़ने पर विश्राम गृह व ट्रस्ट का आफिस होगा। जिसके निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को दी गई है।
उन्होंने बताया कि अभी तक नंगे पैर काफी दूरी तक मंदिर दर्शन के लिए जाना पड़ता है। परकोटे से सटे हुए पुलिस भवन के पास परमानेंट जूता घर बनाएंगे। जहां छह हजार लोग अपना जूता रख सकेगें। समान्यतया एक घंटे में श्रद्धालु बाहर आ जाता है। इसका प्रयोग पन्द्रह बार हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि भगवान का प्राकोट्सव स्थाई रुप से पौष शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाया जाएगा। प्राकोट्सव का नाम प्रतिष्ठा द्वादशी रखने का निर्णय संतो ने लिया है। इस बार तीन दिन का आयोजन होगा। अगली बार अगर आवश्यकता पड़ेगी तो इसे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2025 तक मंदिर के 70 एकड़ में सारे निर्माण हो जाएंगे। जिसमें अप्रैल तक मंदिर, मार्च तक सप्त मंदिर व अक्टूबर तक परकोटा शामिल है।
उन्होंने बताया कि तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए जर्मन हैंगर लगवाए गये थे। वह हटाए गये है। अब वहां स्थाई शेड़ व केनोपी लगाने पर अंतिम निर्णय हो गया है। यह नौ मीटर चौड़ा व 600 मीटर से अधिक लम्बा होगा। इससे तीर्थयात्रियो को गर्मी व बरसात से राहत मिल सकेगी।