◆ प्रशिक्षित स्टाफ की कमी, कई अस्पतालों ने नहीं कराया नवीनीकरण
अयोध्या। जिले के कई निजी अस्पतालों में बिना चिकित्सकीय मानकों के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। सीएमओ डॉ. सुशील कुमार बनियान के निरीक्षण में यह खुलासा हुआ है कि कई अस्पतालों में प्रशिक्षित स्टाफ और जरूरी व्यवस्थाओं का अभाव है, फिर भी वहां मरीजों की सर्जरी हो रही है। इन अस्पतालों में न इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर की 24 घंटे तैनाती है और न ही ऑपरेशन थियेटर के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नर्सें।
सीएमओ ने निर्देश दिया है कि अब प्रसव के दौरान होने वाले ऑपरेशन केवल स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ ही करेंगे। इसके लिए संबंधित चिकित्सक का नाम और हस्ताक्षर केस शीट पर स्पष्ट होने चाहिए। इसकी जानकारी सहायक शोध अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी को देना अनिवार्य होगा। आपरेशन करने वाले अस्पतालों में कम से कम एक ओटी तकनीशियन, एक दिन में और दो स्टाफ नर्सों की रात में तैनाती अनिवार्य है। हाल ही में जब अस्पतालों से नवीनीकरण के लिए आवेदन मंगाए गए, तब कई अस्पतालों ने आवेदन ही नहीं किया। जांच में सामने आया कि इनमें से अधिकांश अस्पताल मानक पूरे नहीं करते। अधिकतर जगह अनुभव के आधार पर स्टाफ काम कर रहा है, जिनके पास जरूरी डिग्रियां नहीं हैं।
सीएमओ के निर्देश
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केवल विशेषज्ञ स्त्री रोग चिकित्सक ही करें प्रसव ऑपरेशन
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केस शीट पर हो नाम व हस्ताक्षर
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जानकारी सहायक शोध अधिकारी को देना अनिवार्य
क्या हैं ऑपरेशन के मानक
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24 घंटे इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर की तैनाती
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प्रशिक्षित OT तकनीशियन और स्टाफ नर्स अनिवार्य
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दिन में एक व रात में दो स्टाफ नर्सों की मौजूदगी जरूरी