◆ मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने दिया जानकारी
◆ समिति की बैठक में शामिल होने के लिए वह पहुंचे थे अयोध्या
अयोध्या। मंदिर का कार्य अप्रैल माह में पूरा कर सकेंगे। परकोटे का कार्य निश्चित रुप से आगे बढ़ेगा। जो सितम्बर में पूरा हो जाएगा। तीन महीने का विलम्ब है। जिसे गति देने का प्रयास किया जाएगा। यह जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने दिया। समिति के बैठक में शामिल होने के लिए वह अयोध्या पहुंचे थे।
उन्होंने बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित निर्माण समिति का कार्य 2025 में पूरा हो जाएगा। परकोटे के छह मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एक तिथि को होगी। राम दरबार जो स्थापित होगा। उसकी प्राण प्रतिष्ठा अन्य तिथि को होगी। अप्रैल के अंत तक यह हो सकता है। लेकिन इसका निर्णय 16 मार्च को होने वाली न्यास की बैठक में यह विषय उनके समक्ष रहेंगे।
उन्होंने बताया कि तुलसीदास की मूर्ति यात्री सुविधा केन्द्र में स्थापित हो गई है। मूर्तियों के आने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया है। मूर्तियां सभी तैयार है। सभी का निरीक्षण किया जा चुका है। उनको अप्रैल माह में रामनवमी के बाद उचित स्थान पर स्थापित किया जाना है। मुख्य बात यह है परकोटा में छह मंदिर होंगे। उनकी प्राण प्रतिष्ठा तिथि निश्चित करके एक साथ प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम एक दिन का किया जाएगा। रामदरबार को एक दिन की प्राण प्रतिष्ठा के बाद स्थापित कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रामकथा संग्रहालय का सिविल वर्क पूर्ण कर रहे है। एक कम्पनी है। जिसने कंसलटेंट की जिम्मेदारी ली है। वह किसी प्रकार का भुगतान नहीं लेंगे बैठक में वह जुड़ेंगे। हर गैलरी का क्या किया जाना है, उसका अंतिम स्वरुप देंगे।