अयोध्या। शीशे की भूल-भुलैया मिरर इमेज संचालन के 44 दिनों में 45 हजार लोगों ने इसका दीदार किया। फरवरी माह के छह दिन में 22 हजार 663 रुपये के टिकट की बिक्री हो चुकी है। अमानीगंज स्थित जलकल परिसर में अयोध्या नगर निगम ने 25 दिसम्बर 2024 को मिरर इमेज केन्द्र का उद्घाटन किया गया था।
एक ही जैसे चार शीशे, 15 मिनट लगेंगे बाहर निकलने में
मिररमेज का नजारा बहुत ही रोमांचक होने वाला है। क्योंकि इसमें एक ही तरह के चार शीशे लगाए गए हैं। आप अगर एक बार इसमें प्रवेश करेंगे तो पूरी घनचक्कर वाली स्थिति रहेगी। जिस तरफ आगे बढ़ेंगे शीशे से टकराने के खतरा रहेगा। यह मिररमेज पूरी तरह वातानुकूलित है। इसमें 43 इंच छह एलईडी भी लगाई गई हैं। उन एलईडी में सीता स्वयंवर, ताड़िका वध, अहिल्या का तारण और राम रावण युद्ध भी दिखाया जाता है। एलईडी के चलने के बाद यह सब अलग-अलग शीशों में भी दिखेगी।
पौने तीन करोड़ की लागत से कराया गया है निर्माण
राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत मिरर इमेज का निर्माण पौने तीन करोड़ की लागत से कराया गया है। इसमें श्रद्धालुगण सीता माता की खोज के रोमांच का अनुभव प्राप्त कर रहे हैं। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि इसे देखते हुए इसका संचालन कराया गया है। इसमें लखनऊ के भुलभुलैया की तरह श्रद्धालु आंनद ले रहे हैं। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता हैं।
अब तक 5.59 लाख रुपये के टिकटों की बिक्री
मिरर इमेज केंद्र में पहुंचने वालों को संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसका अंदाजा टिकटों की बिक्री से लगाया जा सकता है। अब तक 5 लाख 59 हजार 239 रुपये के टिकटों की बिक्री हो चुकी है। इसमें 45 हजार लोगों ने पहुंचकर केंद्र का दीदार किया है। इसमें 20 हजार ने मुफ्त में केंद्र को देखा क्योंकि ये 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे थे। ऐसे बच्चों का टिकट नहीं लगता है।
मोम वाले म्यूजियम का भी है इंतजार
अयोध्या धाम में एक अनोखा म्यूजियम तैयार किया जा रहा है। इसमें सीता-राम व हनुमान समेत कई का मोम का पुतला रहेगा। इसे श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा।