अयोध्या। महाराष्ट्र के अमरावती में हनुमान जी की सबसे ऊंची 111 फिट की मूर्ति लगाए जाने के लिए अयोध्या की पवित्र रज और सरयू नदी के जल से शिलान्यास के लिए 11 कलश में लेकर अयोध्या से यात्रा रवाना हुई। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को राम रज को सौंपा था। जिसे बड़े ही धूमधाम से रथ यात्रा के साथ मुम्बई रवाना हुआ।
यह यात्रा अयोध्या से निकलकर प्रयागराज होते हुए जायेगीं। इस यात्रा के प्रभारी कुश उपाध्याय बताया कि अमरावती में एशिया का सबसे ऊंची दूसरी मूर्ति की स्थापना के लिए रज अयोध्या से ले जाया जा रहा है। सांसद नवजीत राणा व विधायक रविजीत राणा के नेतृत्व में राम जन्मभूमि हनुमानगढ़ी सहित अयोध्या के पवित्र रज को 11 कलशों में एकत्र करके अमरावती के लिए रवाना हुआ है। उन्होंने बताया कि अयोध्या से सरयू नदी का पवित्र जल और प्रयागराज से गंगा नदी और वहां की मिट्टी को भी लिया जाएगा। इसी तरह देश के अन्य धार्मिक स्थलों से भी जल और मिट्टी को एकत्रित किया और फिर इस मूर्ति को स्थापित करने के लिए होने वाले शिलान्यास के आयोजन में प्रयोग किया जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने रज को समर्पित किया था।