अयोध्या। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की नवगठित कार्यकारिणी में अयोध्या निवासी विश्व प्रकाश रूपन के मनोनयन पर डा. रामलोहिया अवध विश्वविद्यालय में उन्हें सम्मानित किया गया। संत कंवर राम सिंधी अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो आर के सिंह व सलाहकार ज्ञाप्रटे सरल द्वारा अंगवस्त्र पहनाकर रुपन का स्वागत किया गया ।
विश्व प्रकाश रूपन कहा कि देश और सनातन धर्म की रक्षा में हमारे पूर्वजों ने मातृभूमि न्योछावर कर दिया। लाखों बलिदान दिया। पहनावा भी छूट गया। विभाजन की काली रात ने न भूलने वाले जख्म दिये हैं। आज भारत सरकार के सरंक्षण में भाषा व सिंधी संस्कृति को जीवित रखने का संघर्ष सिंधी विद्वान व संत कर रहे हैं। अकादमियों का सीमित बजट,सीमित संसाधनों से भाषा व संस्कृति के विकास में बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है। आज देश के संवेदनशील प्रधानमंत्री की ओर सिंधी समाज आशाभरी आंखों से देख रहा है। स्वागत कार्यक्रम में दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात सहित उत्तर प्रदेश के विद्यार्थी भी मौजूद रहे।