अयोध्या। शहर के खुर्दमहल नई बस्ती, दिल्ली दरवाजा के निवासी वरीद अहमद विद्यार्थियों के लिए पथ प्रदर्शक हैं। उनको विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए वर्ष 2020 का युवा साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जो कि देश का युवा वर्ग का प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पुरस्कार है। यह अवार्ड उन्हें इण्डियन नेशनल साइंस अकादमी के 88वें वार्षिक सम्मेलन में दिया गया, जो कि 14 से 16 दिसम्बर 2022 को विशाखापट्टनम में आयोजित किया गया था।
उन्हें यह पुरस्कार टी0बी0 के बैक्टीरिया के काम करने की वैज्ञानिक समझ विकसित करने के लिए दिया गया। यह शोध उन्होनें भारत के उच्चतम शोध संस्थान, इण्डियन इन्स्टीच्यूट ऑफ साइंस, बैंग्लौर (आई.आई.ए.सी.) में अपनी पी0एच0डी0 के समय किया था, जिसे वैज्ञानिक क्षेत्र में स्वीकारता प्राप्त हुई है। वरीद ने पहले भी नेट-जे0आर0एफ0, गेट एवं श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसी प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप प्राप्त की है हाल ही में वह स्वीडन के प्रतिष्ठित कैरोलिन्सका इन्स्टीच्यूट में कार्यरत थे एवं इस समय वह स्विटज़रलैण्ड के ज़्यूरिक शहर स्थित रेज्यूवेरॉन नामक कम्पनी में रिसर्च एसोसिएट के पद पर कार्यरत हैं। वरीद अहमद ने बताया कि यह मेरे लिए गौरव की बात की यह अवार्ड मुझे मिला है। इस अवार्ड का शेयर अपनी माता और पूरे परिवार को देता हूं जिन्होंने मुझे हर प्रकार से सपोर्ट किया है। तो वही वरीद अहमद की माँ शाहीन नाहिद ने बताया कि यह मेरे बेटे की मेहनत का परिणाम है जिससे उसको यह मुकाम मिला है ईश्वर करे ऐसा ही हो तरक्की करता रहे। वरीद की पत्नी जोया सिद्धकी ने बताया कि परिवार के साथ साथ इन्होंने अपने कार्य को भी बहुत कुशलता से किया है जो हमारे लिए गर्व की बात है।