◆ जयंती समारोह में दर्जनों जरूरतमंदों को बांटा गया कंबल
मिल्कीपुर,अयोध्या। अवध क्षेत्र के शक्तिशाली राजाओं में से एक महाराजा बिजली पासी का जयंती समारोह मिल्कीपुर के खिहारन गांव स्थित श्रवण आश्रम पर में सामाजिक संस्था उम्मीद किरण सेवा संस्थान की ओर से मनाया गया। इस मौके पर दर्जनों जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित किया गया।कार्यक्रम में शामिल वक्ताओं ने वीर शिरोमणि महाराजा बिजली पासी को याद करते हुए उनके बलिदान को समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बताया। मुख्य अतिथि सेवानिवृत्ति एडीओ पंचायत दिनेश प्रताप रावत ने महाराजा बिजली पासी के संघर्षों को याद करते हुए कहा कि सन् 1184 के गांजर युद्ध में आल्हा ऊदल से युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। इतिहासकारों के अनुसार इस युद्ध से पहले कन्नौज के राजा जयचंद्र के साथ हुए युद्ध में इन्होने जयचंद्र को हराया था। राजा जयचंद्र ने बदला लेने के लिए महोबा के शूरवीर आल्हा ऊदल को मिलाकर महाराजा बिजली पासी की कुटिलता से हत्या कर दिया। उम्मीद किरण सेवा संस्थान अध्यक्ष समाजसेवी लाल चन्द्र चौरसिया ने कहा कि महाराजा बिजली पासी ने अपने जीवन काल में अवध क्षेत्र में 12 किले भी बनवाए जिनके अवशेष आज भी लखनऊ एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में मौजूद हैं।अन्य वक्ताओं ने समाज से जुड़े लोगों को वीरांगना ऊदा देवी पासी,लाखन पासी,सातन पासी,बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के दिखाएं रास्ते पर चलने की बात कही। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि राहुल कुमार,रंजीत रावत,रामतेज प्रियदर्शी,जितेंद्र कुमार,डॉ राममूर्ति,डॉ आकाश चौधरी,रवि कुमार, एडवोकेट सुरेंद्र कुमार रावत समेत दर्जनों लोगों ने संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिवदयाल पासी उर्फ बंगाली साहब तथा संचालन त्रिलोकीनाथ पासी ने किया।कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अंधी अंधा श्रवण आश्रम के महंत स्वामी कृष्णाचार्य जी महाराज,फूलचंद रावत,अनूप प्रियदर्शी,विकास रावत,प्रेम कुमार,शिवकुमार रावत,रेनू प्रजापति, सहोदरा चौहान,जगदीश प्रसाद,अरविंद रावत,निर्मला देवी,मोनू देवी,विक्रम पाल,शिवकुमार रावत समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।