मिल्कीपुर, अयोध्या। मिल्कीपुर विधान सभा के कुमारगंज पिठला में स्थित 100शैय्या संयुक्त चिकित्सालय की अल्ट्रासाउंड की मशीन, रेडियोलाजिस्ट न होने के कारण महज शोपीस साबित हो रही है। करीब पांच बर्ष पूर्व अस्पताल का संचालन शुरू हुआ, तब क्षेत्र की जनता में खुशी की लहर दौड़ पड़ी की अस्पताल का संचालन हो जाने से मिल्कीपुर पिछड़े क्षेत्र में भी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ आमजन को मिलने वाला है। धीरे-धीरे पांच बर्ष से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन अस्पताल में अभी तक स्टाफ की कमी है।
उत्तर प्रदेश शासन चिकित्सा अनुभाग-3 अपर निदेशक (कार्मिक) चिकित्सा एवं स्वाथ्य सेवाएं पत्र संख्या 18क/580/2010/1708 दिनांक 9अगस्त 2024 द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव के क्रम में जिला महिला चिकित्सालय बस्ती में तैनात डॉक्टर विमल कुमार द्विवेदी को 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में तैनाती की गई है। इसी अस्पताल में डॉक्टर अखिलेश कुमार वर्मा जनरल सर्जन की भी तैनाती की गई है, लेकिन उन्होंने अभी तक अस्पताल का कार्यभार ग्रहण नहीं किया। अस्पताल के कर्मचारियों की माने तो रेडियोलॉजिस्ट का कोई भी डाक्टर अस्पताल में अभी तक आया ही नहीं। इस तरह से 100 शैय्या अस्पताल में केवल कागजों पर ही रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति कर दी गई है और आम जनता स्वास्थ्य सुविधाओ का लाभ पाने से वंचित है। मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत पड़ने पर उसे प्राइवेट पैथोलाजी जाना पड़ रहा जहां पर मरीजों से मोटी रकम ऐठ ली जाती है।
100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती न होने के संबंध में पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री संदीप सिंह चौहान ने बीते माह मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत संख्या 40017724046722 के माध्यम से अवगत कराते हुए अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती के बाद भी चिकित्सा के द्वारा अभी तक कार्यभार ग्रहण नहीं किए जाने की शिकायत की है।
संदीप सिंह चौहान की शिकायत के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार ने 5 अक्टूबर को आख्या प्रस्तुत की है, कि अस्पताल में न्यूरोलॉजिस्ट के दो पद स्वीकृत हैं, के सापेक्ष में कोई भी रेडियोलॉजिस्ट तैनात नही है जिसके कारण चिकित्सालय में स्थापित अल्ट्रासाउंड मशीन का संचालन नहीं हो पा रहा है। जिसके अनुक्रम में अधोहस्ताक्षरी द्वारा उच्च अधिकारियों को रेडियोलॉजिस्ट तैनात किए जाने हेतु पूर्व में ही पत्र प्रेषित कर दिया गया था, जिसके क्रम में विभाग द्वारा एक रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में की गई, ककिन्तु रेडियोलॉजिस्ट द्वारा चिकित्सालय में योगदान प्रस्तुत नहीं किया गया। दूरभाष के माध्यम से शिकायतकर्ता को जानकारी दे दी गई है। फिलहाल कागजी लिखा पड़ी के फेर में आम जनमानस पिस रहा है और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पाने से वंचित है।