◆ जनवरी माह का वेतन पास न होने पर शिक्षको ने लिया निर्णय
◆ 22 फरवरी को सांकेतिक धरना, 23 से बहिष्कार की घोषणा
अयोध्या। साकेत महाविद्यालय के शिक्षकों ने 23 फरवरी से चलने वाली सेमेस्टर परीक्षा का बहिष्कार करने की घोषणा की है। 22 फरवरी को सांकेतिक धरना होगा और सभी शिक्षक और कर्मचारी काली पट्टी बांध कर काम करेंगे और अगले दिन से ताला बंद धरना प्रारंभ होकर वेतन न पास होने तक अनवरत जारी रहेगा।
धरने को संबोधित करते हुए डॉ जन्मेजय तिवारी ने कहा कि सेना निर्माण की प्रक्रिया अनवरत चलती रहती है और लड़ने का समय कभी-कभी आता है ।आज शिक्षक और कर्मचारियों का वेतन रोक करके हमें लड़ने का न्योता दिया जा रहा है और हम प्रबंध समिति से लेकर सरकार तक सब से लड़ने को तैयार है। डा बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक संघ के सभी निर्णय का स्वागत है और हम सब परीक्षा का सामूहिक बहिष्कार तब तक करते रहेंगे जब तक क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी हम सभी का वेतन पास नहीं कर देता है। किसी भी स्तर तक हम अपने अधिकारों की रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। मनोविज्ञान विभाग के डॉक्टर सुधीर राय ने कहा कि प्रबंधक और क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी के बीच का मामला है इससे शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन क्यों रोका जा रहा है।
बताया गया कि साकेत महाविद्यालय के अध्यापकों और कर्मचारियों का जनवरी माह का वेतन उच्च शिक्षा अधिकारी ने रोक दिया है। असल में मामला सैन्य विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ राम अवतार जी के एचआरए को लेकर है। डा राम अवतार जी की पत्नी भी महाविद्यालय में हिंदी विभागाध्यक्ष है और दोनों लोगों को एच आर ए न मिल कर सिर्फ एक लोग को मिल रहा है। उन्होंने अपने एच आर ए को लेकर एक लंबी लड़ाई लड़ी है और उच्च शिक्षा अधिकारी ने सूचना आयोग में लिखित बयान दिया है कि जनवरी माह का वेतन प्रो राम अवतार जी को एच आर ए सहित देंगे। उन्होंने प्रबंधन समिति को भी पत्र जारी किया है परंतु प्रबंध समिति प्रोफेसर राम अवतार जी को एचआरके देने से मना कर रही है। आम सभा को शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर ओमप्रकाश यादव, महामंत्री आशीष प्रताप सिंह, प्रोफेसर अनुराग मिश्रा, प्रोफेसर आशुतोष सिंह, प्रोफेसर भगवती धर द्विवेदी, प्रो परेश पाण्डेय एवं डा संतलाल ने भी संबोधित किया।