मिल्कीपुर, अयोध्या। सहकारी गन्ना विकास समिति मसौधा परिसर स्थित जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक कार्यालय अपना गन्ना सट्टा अभिलेख दुरुस्त कराने पहुंचे किसान से गन्ना पर्यवेक्षक द्वारा सुविधा शुल्क की मांग करते हुए बदसलूकी किए जाने का आरोप लगा है। कृषक ने गन्ना पर्यवेक्षक की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर की है। हैरिंग्टनगंज ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत गिरधरामऊ गांव निवासी गन्ना कृषक भगत सिंह ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि सहकारी गन्ना विकास समिति मसौधा के गन्ना सदस्य हैं। उनका गांव के एम शुगर मिल मसौधा को गन्ना आपूर्ति के लिए आरक्षित किया गया है। उनका आरोप है कि वह बीते शुक्रवार को अपने तथा अपने भाई रूद्र सेन के सट्टे में गलत फीड हुए खाता संख्या को दुरुस्त करवाने गन्ना समिति एवं ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक कार्यालय गए थे। जहां पर उन्होंने अपने क्षेत्रीय गन्ना पर्यवेक्षक अभिषेक सिंह से रिपोर्ट लगाने हेतु कई चक्रों में याचना की। कृषक का आरोप है कि गन्ना पर्यवेक्षक अभिषेक सिंह ने उनसे दोनों गन्ना सट्टे को दुरुस्त कराए जाने के नाम पर 1 हजार रुपए की मांग करते हुए कहा कि ऑफिस के बाहर एक गुमटी पर जाकर पैसा दे आओ, तभी काम हो पाएगा। किसान ने जब इसका विरोध किया तब उन्होंने उनसे अभद्रता करते हुए धमकाया कि अब तुम्हारा गन्ना खेत में ही सड़ा देंगे। 20 लाख रुपए देकर नौकरी मिली है। ऐसे फ्री में काम करते रहेंगे तब तो हो गया। जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मसौधा रामप्रताप ने मामले में बताया कि शुक्रवार को गन्ना पर्यवेक्षक दोपहर बाद अपने घर पर आयोजित किसी कार्यक्रम में चले गए थे उन्होंने कहां की मामला संज्ञान में आया है किसान का खाता इत्यादि सब दुरुस्त करा दिया जाएगा। आरोपी गन्ना पर्यवेक्षक के विरुद्ध कार्यवाही के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच कराते हुए विभागीय उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।