◆ कुछ देर संचालन के बाद बंद रही ओपीडी, मेडिकल कालेज प्रशासन का हाफ टाईम ओपीडी संचालन का दावा
◆ मेडिकल कालेज में इलाज के आये मरीज हुए परेशान, जिला चिकित्सालय में बढ़ी मरीजों की संख्या
अयोध्या। कोलकाता की घटना के विरोध में मेडिकल कालेज के रेजीडेंट डाक्टर हड़ताल पर बैठ गये। रेजीडेंट डाक्टर के हड़ताल पर बैठने से कालेज की चिकित्सीय व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गयी। ओपीडी में आये बड़ी संख्या में मरीज वापस लौटते दिखाई दिए। हालांकि मेडिकल कालेज प्रशासन 12 बजे तक ओपीडी के संचालन का दावा करता रहा। लेकिन मेडिकल कालेज में ऐसे भी मरीज थे जो दस बजे से भटक रहे थे। लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिला।
प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डाक्टरों का कहना था कि कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ रेप व मर्डर की घटना का विरोध कर रहे डाक्टरों को मारा गया। उनके बैनर तोड़ दी गयी। इमरजेंसी तोड़ दी गयी। इसका हम विरोध कर रहे है। यहां मेडिकल कालेज में मारपीट व छेड़छाड़ की घटनाएं हो चुकी है। हम लोग की केन्द्रीय कानून की मांग कर रहे है। आज सारे रेजिडेंट व इंर्टन हड़ताल पर है। जब तक सरकार से प्रोटेक्शन एक्ट का लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। कुछ देर तक ओपीडी चली है। इमरजेंसी सेवाएं हम दे रहे है। मेडिकल कालेज के सीएमएस अरविंद सिंह का कहना है कि ओपीडी 12 बजे तक चली है। उसके बाद हड़ताल के लिए बंद कर दी गई। हड़ताल के चलते आपरेशन नहीं हुए। भर्ती मरीजों को देखने के लिए मीटिंग की जा रही है। इमरजेंसी पूरी तरह से चल रही है।
वहीं दूसरी तरफ मेडिकल कालेज में चल रही हड़ताल का असर जिले के अन्य अस्पतालों पर पड़ा है। जिला चिकित्सालय में आने वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।