Home Ayodhya/Ambedkar Nagar अयोध्या तंग गलियों में मरीजों की जान से खिलवाड़

तंग गलियों में मरीजों की जान से खिलवाड़

0

◆ महिला अस्पताल के सामने 10-12 फीट की गलियों में चल रहे कई प्राइवेट अस्पताल, आशाओं के भरोसे ठगी का खेल का आरोप


◆ शुक्रवार की देर शाम सीएमओ ने किया था दो निजी अस्पतालों पर  कार्रवाही,


अयोध्या। जिला महिला अस्पताल के सामने रिकाबगंज स्थित बल्लाहाता मोहल्ले की तंग गलियों में चल रहे कई प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है। जहां केवल 10-12 फीट चौड़ी गलियों में एंबुलेंस तो दूर, स्ट्रेचर भी मुश्किल से पहुंच पा रहा है, वहीं आशा कार्यकर्ताओं की मिलीभगत से प्रसूताओं को सरकारी अस्पताल से बहला-फुसलाकर इन निजी अस्पतालों में भर्ती कराने के आरोप लग चुके है । सीएमओ द्वारा शुक्रवार को दो अस्पतालों पर कार्रवाई की गई थी। जिसमें आशा के माध्यम से प्रसूताओं को इन अस्पतालों पर पहुंचाने का आरोप एक प्रमुख वजह थी।

शुक्रवार की देर शाम मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने बल्लाहाता स्थित गुरु कृपा हॉस्पिटल व मां परमेश्वरी देवी हॉस्पिटल पर छापेमारी कर कार्रवाई की। ये अस्पताल बिना मानक सुविधाओं के संचालित हो रहे थे। हैरानी की बात यह है कि इन्हीं गलियों में कई अन्य निजी अस्पताल भी चल रहे हैं, जिन पर अभी तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी की नजर नहीं पड़ी है।


आशाओं की भूमिका सवालों के घेरे में


छापे के दौरान सीएमओ डा सुशील कुमार ने बताया कि महिला अस्पताल के सामने स्थित निजी अस्पतालों में आशाओं के माध्यम से प्रसूताओं को पहुंचाने का आरोप था। निरीक्षण के दौरान इस तक की गतिबिधि के सबूत नहीं मिले। लेकिन इस तरह की आशाओं को चिन्हित करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


आपात स्थिति में खतरे की घंटी


गली में थोड़ी दूर तक ही एम्बुलेंस जा पाती है, बाकी दूरी मरीज के परिजनों को स्ट्रेचर पर तय करनी पड़ती है। किसी भी आपात स्थिति में न मरीज को बाहर लाना आसान है और न ही मदद अंदर पहुंचाना। सवाल यह उठता है कि इन मानक विहीन अस्पतालों को आखिर किसके संरक्षण में संचालित होने दिया जा रहा है?


मोहल्ले वासियों ने किया कई शिकायतें, लेकिन नही हुई कोई कार्रवाही


कसाबबाडा से महिला अस्पताल रोड पर महाजनी टोला में एक निजी स्कूल के सामने एक गली में एक चिकित्सालय तथा पैथालॉजी संचालित की जा रही है। इसी गली में पार्षद का आवास भी है। गली के पहले मोड पर एक खम्भा लगा हुआ है जो रास्ते को और सकरा बना देता है। इसी गली में एक निजी अस्पताल का संचालन हो रहा है। गली में ही एक पैथॉलाजी भी संचालित हो रही है। अस्पताल में आने वाले तीमारदारों के द्वारा इधर उधर वाहन खडे किए जाते है। जिससे मोहल्ले वासियों का आवागमन बाधित होता है। मोहल्ले वासियों के अनुसार  इसके लिए कई प्रार्थना पत्र दिए गए लेकिन अस्पताल संचालक के रसूक के चलते कोई कारर्वाही नही हो सकी।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version