अयोध्या। हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत की पूर्व संध्या पर साधु संतों ने राम जन्मभूमि रामकोट की परिक्रमा की। संतों का कहना है कि वर्ष 2024 में रामलला का मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा रामलला अपने मूल गर्भ गृह में विराजमान हो जाएंगे। ऐसे में इस बार की परिक्रमा बेहद उत्साहित करने वाली परिक्रमा है।
विक्रमादित्य महोत्सव और श्री राम जन्मोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में आज मातगेंड़ मंदिर में विग्रहों का पूजन करने के बाद बाजे-गाजे और ढोल-नगाड़ों के साथ रामकोट की परिक्रमा प्रारंभ हुई तो संपूर्ण अयोध्या राममय हो गई। परिक्रमा को देखने के लिए आम जनमानस सड़कों पर उमड़ पड़ा। इस अवसर पर संतो ने कहा कि मानव कल्याण पर आधारित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के संदेशों से संपूर्ण विश्व तक पहुंचाना है। क्योंकि राम के आदर्शों में ही विश्व का कल्याण निहित है। रामकोट की परिक्रमा में मणिराम दास छावनी के महन्त कमल नयन दास, उडुपी पेजावर के महंत और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य प्रसन्ना तीर्थ जी महाराज, श्री राम वल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास,ट्रस्ट सदस्य अनिल मिश्र, अयोध्या सांसद लल्लू सिंह,विधायक वेद प्रकाश गुप्ता,अयोध्या नगर निगम के पूर्व मेयर ऋषिकेश उपाध्याय प्रमुख रुप से सम्मलित हुए।