अयोध्या। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में फाइलेरिया रोग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सामूहिक दवा सेवन अभियान (एमडीए ) कार्यक्रम 10 फरवरी से 27 फरवरी तक शुरू होने जा रहा है। इस अभियान में लगभग 2400 टीमें गठित की गई है। जिसमे अयोध्या एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 125 से 130 की जनसंख्या पर 2 स्वास्थ्य कर्मी की टीम तैनात कर डीईसी एवं एल्बेंडाजॉल के निर्धारित खुराक को घर घर भ्रमण करके दवा खिलाई जाएगी। फाइलेरिया रोग का लक्षण दिखने पर दी जाएगी एमएमडीपी किट दी जाएगी। किट के जरिए घर पर ही ट्रेनिंग दी जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय राजा ने बताया कि भारत में फाइलेरिया रोग मलेरिया रोग के बाद एक ऐसी बड़ी समस्या है जो विशेष जाति के वाहक मादा मच्छर क़्यूलेक्स क़्वीनक़्वेफैसिएटस द्वारा संचालित होता है यह मच्छर मुख्यतः गंदे एवं प्रदूषित जल में ही अंडे देता है विश्व के 40 प्रतिशत और दक्षिण पूर्व एशिया के 70 प्रशित फाइलेरिया के मामले भारत में पाए जाते हैं।उन्होंने जनता से अपील किया की ज्यादा से ज्यादा लोग लाभ लें और फाइलेरिया जैसी गभीर बीमारी से बच सके। फाइलेरिया संचारी रोग अधिकारी डीके श्रीवास्तव ने बताया कि एमडीए अभियान के दो मुख्य लक्ष्य हैं पहला समस्त लक्षित जनसंख्या को डीईसी एवं एल्बेंडाजॉल दवा द्वारा आच्छादित करना दूसरा लिंम्फैटिक फाइलेरिएसिस के रोगियों को चिन्हित कर उन्हें रुग्णता प्रबंधन की जानकारी देना एल एफ के प्रभावित अंगों को तथा पांव को नियमित साधारण साबुन से अच्छी तरह धोकर साफ सूती तौलिया से सुखाएं रोग ग्रस्त अंग को चोट बाहरी आघात आदि से पूर्व बचाव करें एवं चोट जख्म खुजली होने पर चिकित्सीय परामर्श के अनुसार उपचार लें नियमित हल्का व्यायाम करने के साथ-साथ रात में सोते समय या लेटने की स्थिति में हाथी पांव से प्रभावित पैर के नीचे तकिया अथवा मुलायम स्तरों से ऊंचा रखें उन्होंने बताया कि खाली पेट दवा ना खाएं कुछ खाकर ही दवा खाएं 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों गर्भवती महिलाओं एवं अधिक बीमार व्यक्तियों को दवा ना खिलाएं सर्वप्रथम डीईसी की गोली का पानी के साथ सेवन करें एल्बेंडाजोल गोली का सेवन चबाकर करें।