◆ मंदिर के पुजारी ने अतिक्रमण को हटाने के लिए दिया कई अधिकारियों को प्रार्थनापत्र, नहीं हुई कार्रवाई
◆ एसडीएम के अनुसार अतिक्रमण करने वालों को दिया गया है नोटिस, बुधवार को देंखे प्रकरण
अयोध्या। अति प्राचीन गहनाग बाबा मंदिर इस समय अतिक्रमण की चपेट में है। श्रद्धालुओं को यहां शिवालय व दुर्गा मंदिर जाने में दिक्कतें होती है। पुजारी ने अतिक्रमण हटाने के लिए कई बार प्रार्थनापत्र दिया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बातचीत से रास्ता निकालने का प्रयास भी पुजारी ने किया। पुजारी का आरोप है कि बातचीत के दौरान उसके साथ अभ्रदता की गई। लेकिन अभी तक मामले का कोई हल नहीं निकला।
थाना इनायतनगर क्षेत्र में आने वाले पारा ब्रह्मनान गांव में गहनाग देव बाबा का अति प्राचीन मंदिर है। कई जनपदों से श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते है। सैकड़ो वर्षो से यह मान्यता है कि यहां दर्शन पूजन करने से सर्प के प्रकोप से निजात मिल जाती है। सावन में को इस मंदिर में आस्था का जनसैलाब उमड़ता है। लाखों की भीड़ यहां दर्शन पूजन करती है। सोमवार व शुक्रवार को यहां मेला लगता है। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन व पूजन करने के लिए आते है।
मंदिर पुजारी मंशाराम महाराज का आरोप है कि मंदिर में शिवालय व दुर्गा माता मंदिर के सामने रास्ते पर कुछ दुकानदारों ने छप्पर, टीन शेड व लोहे की गुमटी रखकर अतिक्रमण कर लिया है। मंदिर के सामने की भूमि नवीन परती है। इसकी कई बार शिकायत की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुजारी का यह भी आरोप है कि शिकायत को लेकर उसके साथ मारपीट की गई।
एसडीएम मिल्कीपुर राजीव रतन सिंह का कहना है कि कुछ दुकानदारों ने आगे बढ़ाया है। उन्हें एक नोटिस देकर हटाने के लिए कहा गया था। शायद हटाए नहीं है। बुधवार को उसको देखवाएंगे।