अयोध्या। आईएमए की हड़ताल के समर्थन में निजी व सरकारी अस्पतालो के चिकित्सक रहे। 17 अगस्त की सुबह 6 बजे से लेकर 18 की सुबह 6 बजे तक आईएमए ने हड़ताल का आवाहन किया था। आईएमए के अनुसार हड़ताल के दौरान शनिवार को ओपीडी चिकित्सा सेवाएं, जांच केन्द्र बंद रहे। अस्पतालों मे आपाकालीन सेवाएं जारी रही।मेडिकल कालेज में ओपीडी बंद रही। अस्पतालों मे आपाकालीन सेवाएं जारी रही।
जिला अस्पताल तथा महिला चिकित्सालय में दिन में 12 बजे तक ओपीडी चालू रही। उसके उपरान्त चिकित्सकों ने ओपीडी चिकित्सा सेवा बंद कर दी। आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहीं। जिला व महिला चिकित्सालय में आईएमए के अध्यक्ष डा मंजूषा पाण्डेय ने अपनी टीम के साथ चिकित्सकों से हड़ताल के प्रति समर्थन मांगा।
डा मंजूषा पाण्डेय ने बताया कि आईएमए यूपी व सेन्ट्रल की तरफ से हड़ताल के दौरान केवल आपातकालीन सेवाएं देने का निर्देश आया था। जिला चिकित्सालय व महिला चिकित्सालय में आईएमए के टीम के साथ भ्रमण किया गया। इस दौरान चिकित्सको ने हड़ताल के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया। निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रही। केवल आपातकालीन सेवाएं ही चलती रही।
उन्होंने बताया कि कोलकाता की घटना में कड़ी कार्रवाई व इस तरह की घटनाओ की पुर्नरावृत्ति रोकने के लिए केन्द्रीय कानून बनाने की मांग की गई है। आज देश भर के चिकित्सकों को अपनी सुरक्षा की चिंता है। अपनी सुरक्षा को लेकर चिंताग्रस्त व भय में काम करने वाला चिकित्सक क्या मरीजों की सेवा अपने पूरे मनोयोग व सामर्थ्य से कर पाएगा। कोलकाता की घटना में पीड़िता को न्याय मिले, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। इसके साथ में आगे इस तरह की घटनाएं न हो, इसके लिए वृहद स्तर पर रणनीति बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मेडिकल कालेज अयोध्या के छात्र, रेजिडेन्ट डाक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, प्रबुद्ध महिलाओं के साथ भारतीय चिकित्सा संघ (आई.एम.ए.) द्वारा विरोध मार्च निकाला जाएगा। विरोध मार्च 18 अगस्त 2024 शाम पांच बजे जिला चिकित्सालय से चौक घंटाघर होते हुए वापस जिला चिकित्सालय आएगा। मौके पर आईएमए के वाईस प्रेसिंडेंट डा हरिओम, डा पल्लवी श्रीवास्तव समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।