अयोध्या। मोहर्रम को लेकर मुस्लिम धर्मगुरु, मौलानाओं के साथ जिलाधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई। मोहर्रम 8 जुलाई से प्रराम्भ हो रहा है। मुख्य पर्व चंद्र दर्शन के अनुसार 17 जुलाई को दशवीं तक परंपरागत रूप से मनाया जाएगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी महोदय द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि त्यौहार की सातवीं, आठवीं, नवीं एवं दसवीं की तिथि अति महत्वपूर्ण है, जिसमें विभिन्न आयोजकों द्वारा जुलूस निकाला जाता है। इन तिथियां में सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोई भी नई परंपरा कायम नहीं की जाए। त्यौहार में किसी भी आयोजन से पूर्व आयोजन को सक्षम अधिकारी से अनुमति लिया जाना आवश्यक होगा। बिना अनुमति के ध्वनि विस्तारक यंत्रों का प्रयोग पूर्णत प्रतिबंधित रहेगा। सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही सभी संवेदनशील जगहों पर दंडाधिकारी की तैनाती की गई
बैठक के दौरान कुछ लोगों द्वारा बिजली, पानी तथा सड़क की समस्याओं से अवगत कराया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि बिजली, पानी तथा सड़क संबंधी समस्याओं को तत्काल ठीक कराएं। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने डीपीआरओ तथा ईओ नगर पालिका को निर्देश देते हुए कहा कि ग्रामीण/ शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई पूर्व से करा लिया जाए तथा बारिश के पानी के निकलने की समुचित व्यवस्था भी किया जाए। त्यौहार में विद्युत उपलब्धता बनाए रखने हेतु विद्युत विभाग को निर्देशित किया गया। ताजिया परंपरागत रूप से निकाली जाए। जुलूस सामान्य रूप से निकाली जाय। जुलूस आयोजक पहले से ही एसडीएम तथा सीओ को सूचना अवश्य दे दे। जुलूस निकलने का समय निर्धारित किया जाए कि जुलूस कब शुरू होगा और कब समाप्त होगा तथा उसका कड़ाई से पालन भी किया जाए। त्यौहार परंपरागत रूप से मनाया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि त्योहार के दिन समस्त एंबुलेंस को चालू हालत में रखा जाए तथा सभी चिकित्सा केंद्रों पर 24 घंटे चिकित्सकों व चिकित्सीय टीम के साथ जीवन रक्षक सहित अन्य आवश्यक दवाओं की उपलब्धता बनाए रखने के संबंध में समुचित कार्रवाई करें।
बैठक के दौरान एसएसपी राजकरन नय्यर, अपर जिलाधिकारी गण, अपर पुलिस अधीक्षक, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारी तथा मुस्लिम संप्रदाय के धर्मगुरु व मौलाना उपस्थित रहे।