अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मण्डलायुक्त सभागार में अयोध्या विजन के कार्यो की समीक्षा की गयी। समीक्षा में राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ एवं धर्म पथ तथा अयोध्या एयरपोर्ट से बाईपास से नयाघाट जोड़ने वाले मार्ग से सम्बंधित कार्यो को गुणवत्ता के साथ जल्द पूरा करने व अयोध्या के सौर्न्दयीकरण का कार्य जल्दी पूर्ण करने के निर्देश दिया।
मण्डलायुक्त ने दिया मुख्यमंत्री को बिन्दुवार विवरण
अयोध्या विजन की कुल लगभग 178 परियोजनायें, 37 विभाग है। जिनका बिन्दुवार विवरण मण्डलायुक्त गौरव दयाल द्वारा दिया गया। परियोजनाओं में मुख्य रूप से राम पथ, जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ आदि प्रमुख है। मण्डलायुक्त ने बताया कि सभी कार्य गुणवत्ता के साथ पूरे किये जा रहे है। लगभग एक सप्ताह में लाइट एवं फसाड के कार्य पूरे हो जायेंगे।
अयोध्या में चार प्रमुख मार्गों को आर्कषक बनाने के निर्देश
समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या के चार प्रमुख मार्ग राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ व धर्म पथ को आकर्षक बनाया जाय। उनके फुटपाथ, श्रद्वालुओं के चलने के लिए हो। मुख्य कैरेज वे पर वाहन चले। जहां-जहां पर पर्याप्त चौड़ाई है। उन स्थानों पर बैठने की व्यवस्था व अन्य जन सुविधायें विकसित की जाए। उन्होंने राम पथ के फुटपाथ व मुख्य कैरेज वे के बीच में आकर्षक रेलिंग लगाने के निर्देश दिये। ड्रेनेज के लिए बनाये गये मैन होल का लेबल सही करने के भी निर्देश दिये। बैठक में मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा अयोध्या के विकास का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया। पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा भी सुरक्षा के बिन्दुओं की जानकारी दी गयी।
बैठक में कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद लल्लू सिंह, मेयर गिरीश पति त्रिपाठी, विधायकगण रामचन्द्र यादव, वेदप्रकाश गुप्ता, डा0 अमित सिंह चौहान, एमएलसी हरिओम पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह सहित अधिकारी, अभियन्तागण तथा परियोजना के प्रमुख उपस्थित थे।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने हनुमानगढ़ी एवं श्रीरामलला का दर्शन किया तथा मंदिर के निर्माण कार्यो को देखा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास के पदाधिकारियों से चर्चा की। अयोध्या रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण किया। प्लेटफार्म आदि को ठीक करने एवं साफ सफाई करने के निर्देश दिये। उन्होनें पुरूषोत्तम भगवान श्री राम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का निरीक्षण किया। वहां के कार्यो तथा खराब मार्ग के भी ठीक करने के निर्देश दिये। सर्किट हाउस अयोध्या में साधु संतों से मुलाकात किया।