◆ 20 अगस्त को अयोध्या से 18 सदस्यीय टीम उज्जैन होगी रवाना
अयोध्या। रामनगरी से महाकाल की नगरी उज्जैन से रिश्तों की डोर मजबूत करने के लिए अयोध्या कायस्थ विकास संस्थान ने नई पहल करते हुए उज्जैन स्थित चित्रगुप्त मंदिर में महाआरती करेगी। 22 अगस्त को होने वाली स्तुति और आरती की तैयारी शुरू हो गई है। संस्थान बीते ढाई वर्षो से ज्यादा समय से प्रत्येक गुरुवार को किसी न किसी कायस्थ परिवार में भगवान चित्रगुप्त जी की स्तुति और आरती का कार्यक्रम करता आ रहा है। संस्थान ने महादेव की नगरी काशी समेत कई जिलों में अब तक स्तुति एवं आरती कर चुका है। संस्थान के जिलाध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि उज्जैन में आरती की सफलता के बाद हम अगले वर्ष तमिलनाडु स्थित भगवान चित्रगुप्त के मंदिर में भगवान चित्रगुप्त की स्तुति और आरती कार्यक्रम करेंगे।
संगठन के प्रवक्ता जेपी श्रीवास्तव ने बताया कि भगवान चित्रगुप्त की महिमा जन जन तक पहुंचे इसके लिए संगठन सतत प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों में भ्रांतियां है कि भगवान चित्रगुप्त केवल कायस्थों के देवता हैं, जबकि यह लोगों का भ्रम है। चित्रगुप्त भगवान संसार के सभी प्राणियों के पाप पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाले भगवान हैं। उन्होंने दावा किया कि संगठन जहां एक तरफ भगवान चित्र गुप्त की स्तुति और आरती कार्यक्रम के जरिए अपने आराध्य की महिमा का गुणगान कर रहा है, वही समाज के लोगों को एक सूत्र में पिरोने का भी काम कर रहा है।
कोर कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया कि उज्जैन में आरती के लिए 18 सदस्य टीम 20 अगस्त को यहां से उज्जैन रवाना होगी । बैठक में प्रतीक श्रीवास्तव , राजेश श्रीवास्तव, निर्मल श्रीवास्तव, देश दीपक जौहरी, राजीव श्रीवास्तव एडवोकेट, दिलीप श्रीवास्तव,दीपक श्रीवास्तव, अभय श्रीवास्तव , अनिल श्रीवास्तव, ऋषभ श्रीवास्तव, वैभव श्रीवास्तव, सभासद आशीष श्रीवास्तव, सुरेंद्र श्रीवास्तव, मोनू श्रीवास्तव, रानू श्रीवास्तव, अश्वनी श्रीवास्तव, ज्ञानेश्वर भटनागर समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।