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बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में निकला जन आक्रोश मार्च

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◆ बांग्लादेशी हिंदू रक्षा संघर्ष समिति द्वारा मार्च निकाल कर सौंपा गया ज्ञापन


अयोध्या। बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य अल्पसंख्यकों हो रहे अत्याचारों के विरोध में बांग्लादेशी हिंदू रक्षा संघर्ष समिति द्वारा जन आक्रोश मार्च निकाला गया। गुलाबबाड़ी से गांधी पार्क पहुंच कर एडीएम सिटी को राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया।

श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि बांग्लादेश में हो रहे अन्याय पूर्ण अत्याचार की हम निंदा करते हैं। शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में हिन्दुओं का नेतृत्व कर रहे इस्कॉन के संन्यासी चिन्मय कृष्ण दास को बांग्लादेश सरकार द्वारा कारावास भेजना अन्यायपूर्ण है। बांग्लादेश सरकार से यह आह्वान करता हूं कि वे यह सुनिश्चित करें कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार तत्काल बंद हों तथा चिन्मय कृष्ण दास को कारावास से मुक्त करें। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी के माध्यम से यह भी आह्वान करता हूं कि  बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य सभी अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के प्रयासों को हरसंभव जारी रखे तथा इस के समर्थन में वैश्विक अभिमत बनाने हेतु यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठायें।

अन्य वक्ताओं ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमले, हत्या, लूट, आगज़नी तथा महिलाओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार अत्यंत चिंताजनक हैं। वर्तमान की बांग्लादेश सरकार तथा अन्य एजेंसियां इसे रोकने के जगह केवल मूकदर्शक बनी हुई है। विवशतावश बांग्लादेश के हिन्दुओं द्वारा स्वरक्षण हेतु लोकतांत्रिक पद्धति से उठायी गई आवाज़ को दबाने हेतु उन्हीं पर अन्याय व अत्याचार का नया दौर उभरता दिख रहा है।

कार्यक्रम का संचालन महंत वैदेही वल्लभ शरण द्वारा किया गया। पैदल मार्च में महंत जय राम दास जी, सीताराम दास जी, महानगर प्रचारक सुदीप्त,विक्रमा पांडे मुकेश तोलानी जी, शरद शर्मा, सुधीर सिंह, देवेंद्र सिंह, बालेंद्र भूषण, के अलावा नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, सरकारी बैंक अध्यक्ष धर्मेन्द्र प्रताप सिंह टिल्लू, संत- महंत व विद्यार्थी भारी संख्या में मौजूद रहे।

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