◆ चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग जनौरा में स्थित है शिवालय
अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि अयोध्या धाम में स्थित ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के साथ ही विभिन्न ग्रंथों में उल्लिखित कुंडों, भवनों, मठ-मंदिरों आदि को चरणबद्ध तरीके से संजोने-संवारने हेतु जीर्णोद्धार एवं जन सुविधाओं का विकास कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। 14 कोसी परिक्रमा मार्ग पर जनौरा गांव में स्थित मंत्रेश्वर महादेव मंदिर के ठीक सामने स्थित गिरिजा कुण्ड के जीर्णोद्धार एवं वहां पर पर्यटन सुविधाओं के विकास का 85 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां पर गेट, स्तम्भ, छतरी, सीढ़ियों पर पत्थर लगाने के उपरांत वायरिंग का कार्य शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। आगंतुकों के लिए बनाये जा रहे विश्राम गृह के साथ ही इण्टरप्रिटेशन वॉल, बाउण्ड्रीवाल, पाथ वे, फ्लोरिंग एवं लाइटिंग का कार्य अंतिम चरण में है।
इस पौराणिक कुण्ड पर उक्त कार्यों के होने से कुण्ड की भव्यता पुनः परिलक्षित होने लगी है। ऐसी मान्यता है कि मन्त्रेश्वर जी के दर्शन-पूजन से पूर्व श्रद्धालु गिरिजा कुण्ड में स्नान करते हैं तथा 14 कोसी परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालु भी इस कुण्ड में स्नान ध्यान करते हैं एवं स्थानीय जन गिरिजा कुण्ड में स्नान कर यहीं से चौदह कोसी परिक्रमा प्रारम्भ करते हैं। इस कुण्ड के पूर्वी तट पर एडवर्ड द्वारा सन् 1901 में स्थापित कराये गये 91 नम्बर का शिलालेख भी स्थापित है।