बसखारी अंबेडकर नगर। गायत्री संस्कृत माध्यमिक विद्यालय भटपुरवा में संस्कृत सप्ताह के दूसरे दिन विद्यालय के बच्चों ने संस्कृत में आत्म परिचय के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्रस्तुत कर संस्कृत में वार्तालाप एवं दलीय गान के द्वारा लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।अंत में बच्चों ने संस्कृत श्लोक का समूह गान भी किया।
शनिवार को संस्कृत सप्ताह के दूसरे दिन विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीपक जलाया गया।तत्पश्चात बच्चों द्वारा संस्कृत भाषा में अपना परिचय प्रस्तुत कर संस्कृत श्लोक का दलीय गायन शुरू किया गया। श्लोको के गायन से पूरे विद्यालय का माहौल वैदिकमय हो गया।तत्पश्चात बच्चों द्वारा संस्कृत श्लोक के समूह गान का अभ्यास किया गया। विद्यालय के सहायक अध्यापक परमात्मा शरण त्रिपाठी ने सरकार के संस्कृत सप्ताह मनाए जाने के निर्णय के पीछे के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत देव वाणी है, जिसकी जानकारी हम सभी को रखनी चाहिए। हमारे पूर्वजों ने संस्कृत भाषा में मंत्रों की रचना कर देवताओं को प्रसन्न किया था। पहले के समय में खेतों में काम करने वाले किसान व मजदूर भी संस्कृत में वार्तालाप करते थे
आज भी आम बोलचाल की भाषा में तमाम ऐसे शब्द है। जो सामान्य लोग संस्कृत में ही जाने अनजाने में बोलते रहते हैं।बीच के समय में संस्कृत भाषा कहीं ना कहीं उपेक्षा की शिकार हुई।जिसके चलते लोगों ने संस्कृत को विस्मृत कर दिया। लेकिन स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात पुनः संस्कृत भाषा लोगों में अपनी पहचान बना रही है। इस अवसर पर विद्यालय की श्वेता रानी, रीया, सिमरन, उत्कर्ष ,आदर्श, शनी, दिव्यांशु,अंशु ,खुशी ,आकाश,अंशिका, सुदर्शन ,धर्मवीर, अनुज ,गिरधर सहित अनेकों विद्यार्थियों ने अपनी संस्कृत में मनमोहक प्रस्तुति कर लोगों का मनमोहन लिया।