◆ पहले कई बार प्राधिकरण के अधिकारियों से अभद्रता कर चुका है आरोपी
अयोध्या। गुप्तार घाट पर बनी दुकानों के एक आवंटी ने विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येन्द्र सिंह को धमकाने के रिवाल्वर निकालने का प्रयास किया। शोर सुनकर उनके कमरे में आए कर्मचारियों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है। उसे आवंटित दुकान का बकाया जमा करने को लेकर प्राधिकरण द्वारा उसे नोटिस जारी किया गया था। इससे पूर्व भी वह प्राधिकरण कार्यालय आकर अधिकारियों से अभद्रता कर चुका है। मामले में सचिव ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने हेतु तहरीर दी है।
विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि पंकज कुमार उपाध्याय निवासी एलआईजी 28 जनकपुरी कालोनी को गुप्तारघाट पर दुकान आवंटित थी। आवंटित दुकान का बकाया वह एक साल से जमा नहीं कर रहे थे। जिसको लेकर इन्हें कई बार नोटिस दिया गया था। मामले को लेकर वह हाईकोर्ट भी गया। जिसमें उसका प्रत्यावेदन निस्तारित करने का आदेश जारी हुआ।
उन्होंने बताया कि उसके आवास के बगल एक हजार स्क्वायर फिट विकास प्राधिकरण की जमीन खाली पड़ी है। जिसको वह खुद को देने के लिए कह रहा था। लेकिन इस जमीन की नीलामी निकालने के विषय उसे जानकारी दी गई। दोनों मामलों को लेकर वह आफिस में अक्सर रिवाल्वर लगाकर आता था तथा अधिकारियों से बहसबाजी करता था।
इसी दोनों मामलों को लेकर बुधवार पुनः कार्यालय आकर अभ्रदता की। इस दौरान वह अचानक गुस्से से उठा और रिवाल्वर निकालने लगा। शोर सुनकर आए कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई है। एसओ कैंट संजय मौर्य ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।