जलालपुर अम्बेडकर नगर। बीते दिवस जलालपुर कोतवाली क्षेत्र में सराफा व्यवसायी के साथ लूट की घटना फर्जी व व्यवसायी के जरिये गढ़ी गयी मन गढ़ंत कहानी निकली। पुलिस के खुलासे में लूट की सूचना देने वाले विनय सोनी ने अपने दो दोस्तों के साथ महाजनों को उधार की रकम चुकाने में समय मिल जाने की मंशा से लूट की घटना का षडयंत्र रच कर कराया। पुलिस ने झूठी लूट की घटना रचने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की। आरोपियों के पास से एक अदद मोटरसाइकिल व बैग भी बरामद हुआ। एडिशनल एसपी श्याम देव ने मिथ्या लूट की घटना का अनावरण करते हुए बताया कि सोमवार को रफीगंज निवासी विनय कुमार ने पुलिस से शिकायत किया था कि वह अपने घर से मोटरसाइकिल से बैग में उधार का ढाई लाख रुपये व 45 ग्राम सोना लेकर जलालपुर के विशाल सोनी के यहां देने आ रहे थे, तभी रास्ते में जलालपुर के समीप कच्चा पुल के पास दो अज्ञात बाइक सवार ने चाकू से हमला करके ढाई लाख नगद व 45 ग्राम सोना लेकर भाग गये। घटना की सूचना के बाद गठित पुलिस टीम ने गहनता से पूछताछ व सीसी फुटेज के अवलोकन से एक मोटरसाइकिल तथा दो व्यक्ति फरहान पुत्र अंसार व अनवर पुत्र सैय्यद निवासी गण रफीगंज थाना कटका को चिन्हित किया और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि वादी विनय कुमार के कहने पर ही तीन दिन से प्लानिंग चल रही थी और झूठी लूट की घटना को अंजाम दिया गया, जिसमें दोनों को कुछ पैसों की लालच दी गयी थी । अनवर और फरहान के बयान के बाद व्यवसायी विनय सोनी को हिरासत में लेकर की गई पूछ ताछ में उस ने बताया कि महाजन का उस पर बहुत कर्ज है। कर्ज चुकाने में कुछ समय मिल जाये इस लिए झूठी घटना की कहानी रची। घटना में प्रयुक्त सब्जी काटने वाली चाकू अनवर ने खरीद कर विनय सोनी को दिया था। फिर अनवर और फरहान ने लाल रंग का बैग लेकर रफीगंज के पास नहर में ले गये और बैग में खाली प्लास्टिक के डिब्बों को जला दिया गया। दोनों ने खाली बैग को मरहरा गांव स्थित एक गन्ने के खेत मे फेंक दिया गया। घटना का अनावरण करने में सीओ सिटी देवेंद्र कुमार मौर्य,सीओ जलालपुर अजेय कुमार शर्मा,कोतवाल जलालपुर संतोष कुमार सिंह,एसओ बसखारी,जहांगीर गंज व स्वाट टीम शामिल रही।
लूट की घटना पर हलकान रही पुलिस
लूट की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस में अफरा तफरी मच गई और इस मामले की खुलासा के लिए कई पुलिस टीम गठित कर दी गई जिससे मामले का जल्द से जल्द खुलासा हो सके इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई लेकिन उधारी के पैसे से बचने के लिए सर्राफा व्यवसाय अपने बुने जाल में ही फस गया घटना की सच्चाई आते ही पुलिस ने राहत की सांस लिया। मामले की खुलासा करने के लिए पुलिस देर रात तक हाथ पैर मरती रही।