अयोध्या। सुबह करीब 9 बजे। शहर का कसाबाड़ा मोहल्ला। कुछ लोग सुबह की चाय पीते हुए आग सेंकते हुए चर्चा कर रहे थे। चर्चा में केवल राम मंदिर और राम। अयोध्या के विकास के बारे में अपने अनुभव साझा कर रहे थे। कुछ ही दूरी पर फतेहगंज चौराहे पर लाउडस्पीकर से धीमी ध्वनि में आ रहे राम भजनों की ध्वनि यह सब परिवेश को राम मय कर रहीं थी।
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सब कुछ राम मय हो गया है। नगर निगम की ओर से ट्रैफिक सिग्नलों पर बजती राम चरित मानस की पंक्तियां व घरों पर लगाए जा रहे भगवा ध्वज सब मिल कर सब कुछ राम मय दिख रहा है। मकबरा स्थित पूजा पाठ की दुकानों पर रामनाम अंकित ध्वज, स्टीकर, व भगवा झंडियों की मांग में तेजी से वृद्धि हुई है। पूजा पाठ के एक दुकानदार ने बताया कि राम ध्वजों की बिक्री में विगत 10 दिनों में कई गुना इजाफा हुआ है।
शीत लहरी में आग सेंकते हुए लोग राम मंदिर की चर्चा करते दिखेंगे। कोई अयोध्या के विकास को सही बता रहा है। तो कोई निर्माण के कारण लोगों के टूटे घरों प्रतिष्ठान की चर्चा को लेकर सड़कों जाल को कटघरे में खड़ा कर रहा है। कहीं ई-बस व पिंक आटो से ई-रिक्शा चालकों को होने वाले नुक्सान की चर्चा है तो कहीं इसके कम किराए की बात हो रही है। किसी भी रूप में हो लेकिन चर्चा में केवल राम, राम मंदिर, अयोध्या का विकास ही है।