◆ बाल आयोग की सदस्य डा सुचिता चतुर्वेदी ने सीडब्लूसी को दिया था सूचना
◆ बच्चों को ले जाने वालों के पास नहीं था माता पिता का सहमति पत्र, मामले में पूछताछ जारी
अयोध्या। बिहार के अररिया से सहारनुपर जा रहे 95 बच्चों को पुलिस व सीडब्लूसी की टीम ने रेस्क्यू किया। बच्चे बस से जा रहे थे। जिन्हें देवकाली बाईपास के पास पुलिस की टीम ने रोक लिया। बच्चों को ले जाने वालों के पास माता पिता का सहमति पत्र नहीं था। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की टीम बस को लेकर पुलिस लाइन पहुंची। जहां सीडब्लू की टीम ने बच्चों की काउंसलिंग की।
जिसके बाद जिला चिकित्सालय में बच्चों को मेडिकल कराया गया। सीडब्लूसी के अध्यक्ष सर्वेश अवस्थी ने बताया कि बाल आयोग की सदस्य डा सुचिता चतुर्वेदी ने सुबह मामले की सूचना दिया था। जिसके बाद सीडब्लूसी, डीपीसी, चाइन्ड लाइन व अन्य टीमें सक्रिय हो गई। बच्चों को रस्क्यू करके पुलिस लाइन लेकर आया गया। जहां टीम ने 95 बच्चों से मिले। जिनकी उम्र 4 से 12 वर्ष के बीच है। बच्चों को ले जाने वालों के पास माता पिता का सहमति पत्र नहीं था। बच्चों का कहना था कि उन्हें मदरसे में लेकर जा रहे है। कुछ जाने वाली जगह का नाम भी नहीं बता पा रहे थे। इसमें कुछ अनाथ भी है। बच्चों को लखनऊ शेल्टर होम भेजा जा रहा है। जहां से उनके माता पिता के सुपुर्द किया जाएगा। बच्चों को लेकर तीन लोग जा रहे थे। सभी बच्चे एक समुदाय से सम्बंधित है।