अंबेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा द्वारा अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कारागार, में निरुद्ध गरीब एवं असहाय बन्दियों के लिए 250 ऊनी कंबल उपलब्ध कराया गया। अपर जिलाधिकारी, सदानन्द गुप्ता एवं एनटीपीसी टांडा के परियोजना प्रमुख बी.सी.पलेई ने जिला कारागार, में निरुद्ध गरीब एवं असहाय बन्दियों को ऊनी कंबल वितरित किया। इस अवसर पर एस.एन.पाणिग्राही, महाप्रबंधक (मानव संसाधन), गिरिजा शंकर, जेल अधीक्षक, छोटेलाल सरोज, डिप्टी जेलर, अबसार अहमद, डिप्टी जेलर, अपर महाप्रबंधक (आर.एंड आर.) परवेज खान, एवं कारागार के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी, सदानन्द गुप्ता ने एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा किए जा रहे इस कार्य की सराहना किया और कहा कि एनटीपीसी अपने नैगमिक सामाजिक दायित्व के तहत जिले में अनेक कल्याणकारी कार्यक्रम करती रही है, ये हमारे जिले के लिए सौभाग्य की बात है।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में पलेई ने कहा कि समाजसेवा एनटीपीसी का धर्म है एवं इसके निवर्हन के लिए एनटीपीसी गरीब, असहाय, बच्चों महिलाओं, दिव्यांगों, बुजुर्गो के लिए निरन्तर कल्याणकारी कार्य कर रही है। उन्होनें सभी बंदियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उन्हे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का सही ढंग से निभाने की और अच्छा जीवन जीने की सलाह दी।
कार्यक्रम में महाप्रबंधक (मा0सं0) एस0एन0 पाणिग्राही ने सभी बंदियो से संवाद स्थापित किया। उन्होंने अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी बंदियों से अपनी दिनचर्या को नियमित रखने तथा यथासंभव साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने नैगमिक सामाजिक दायित्व के तहत किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों की चर्चा की। जिला कारागार के अधीक्षक गिरिजा शंकर यादव ने एनटीपीसी टांडा द्वारा जेल में निरुद्ध गरीब एवं असहाय बन्दियों को कंबल दिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सर्द मौसम में जेल में निरुद्ध गरीब बन्दियों के लिए यह कंबल अत्यन्त उपयोगी साबित होगा। उन्होंने पर्याप्त मात्रा में कंबल दिए जाने पर एनटीपीसी टांडा प्रबंधन के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर जिला कारागार के बंदियो ने सर्द मौसम में एनटीपीसी-टांडा द्वारा कंबल दिए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा इस पुनीत कार्य के लिए एनटीपीसी टांडा प्रबंधन के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का सुव्यवस्थित संयोजन उप महाप्रबंधक (मा0सं0) मृणालिनी एवं सी.एस.आर. अधिकारी एन.ए. शिपो द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन वंदना यादव द्वारा किया गया।