अयोध्या। रुदौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में तैनात महिला चिकित्साधिकारी द्वारा एक गर्भवती महिला को बिना परीक्षण व प्राथमिक उपचार के ही रेफर कर देने का मामला सामने आया है। नतीजतन, महिला की डिलीवरी अस्पताल पहुंचने से पहले सड़क किनारे ही हो गई। पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
सीएमओ डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि रुदौली सीएचसी में तैनात डॉ. अंजू जायसवाल ने प्रसूता को बिना आवश्यक जांच और इलाज के रेफर कर दिया, जिससे सड़क किनारे डिलीवरी की नौबत आ गई। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते चिकित्सकीय सहायता दी जाती, तो ऐसी स्थिति नहीं आती।
मामले के मद्देनज़र डॉ. अंजू जायसवाल का तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिया गया है। उन्हें सीएचसी मवई भेजा गया है, जबकि वहां कार्यरत डॉ. रीना मिश्रा को रुदौली सीएचसी में तैनात किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही को लेकर फिर एक बार सवाल खड़े हो गए हैं।