◆ एसएसपी से मिला था प्रदर्शकारियों का प्रतिनिधिमंडल, मिला केवल जांच का आश्वासन
◆ छात्रा आत्महत्या प्रकरण में थानाध्यक्ष पर समझौते का दबाब बनाने का आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई को लेकर परिजन, स्थानीय लोग व कई संगठन कर रहे प्रदर्शन
अयोध्या। जिस थानाध्यक्ष पर समझौते के लिए दबाव बनाने का आरोप है। पीड़ित पक्ष उससे खुद को खतरा बता रहे है। जांच अभी भी उसी के नेतृत्व में हो रही है। ऐसे में न्याय मिलने की आशा कितनी है। जब तिकोनिया पार्क में कई संगठनों द्वारा धरना देने के दूसरे दिन भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। हैदरगंज की घटना में पुलिस व कई समाजिक संगठन आमने सामने है। लेकिन मामले का कोई नतीजा निकलने की उम्मीद अभी कम जताई जा रही है।
तिकोनिया पार्क में धरना दे रहे चाणक्य परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक कृपानिधान तिवारी ने कहा कि वार्ता के दौरान एसएसपी आरोपी थानाध्यक्ष को हटाने तक के लिए तैयार नहीं हुए। मामले की जांच सीओ अयोध्या को सौंपी गई है। जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब धरना जारी रहेगा। आरोपी थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया जाए, नही तो धरना जारी रहेगा। वही मामले में एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी का कहना है कि धरना देने का कोई औचित्य नहीं है। पूरी बात सुनी जा रही है। मुकदमा लिख दिया गया है। आरोपी गिरफ्तार हो गया है। उनका अगर और कोई आरोप है तो वह अपना पक्ष रखें। जिसको लेकर जांच करायी जाएगी। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
क्या है पूरा मामला- थाना हैदरगंज क्षेत्र की रहने वाली छात्रा ने 14 दिसम्बर को आत्महत्या कर ली थी। उसके स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक लवकुश सिंह पर छात्रा को छेड़ने व रास्ते में रोककर धमकाने का आरोप था। छात्रा के आत्महत्या करने के अगले दिन इसकी शिकायत लेकर पहुंचे पिता पुत्र ने थानाध्यक्ष पर धमकाने का आरोप लगाया। उच्चाधिकारियों व राजनैतिक दबाव में मामले में 20 दिसम्बर को रिपोर्ट लिखी गई। इसके बाद भी थानाध्यक्ष का रवैया नहीं बदला तो पीड़ित पक्ष ने कई समाजिक संगठनों के साथ मिलकर तिकोनिया पार्क में धरना शुरु कर दिया। धरने के दौरान पुलिस पर धमकाने का भी आरोप लगा।