आलापुर, अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा कर रही हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे उलट दिखाई दे रही है। आलापुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भीषण गर्मी और 45 डिग्री तक पहुंचते तापमान के बीच दिन में बिजली की अघोषित कटौती की जा रही है, जिससे आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
ग्रामीणों के अनुसार, बिजली न होने से छोटे-छोटे बच्चों को हाथ के पंखों से हवा देने की मजबूरी बन गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है, वहीं गन्ना और सब्जी की फसलें भी समय पर सिंचाई न होने के कारण प्रभावित हो रही हैं। बिजली विभाग की लापरवाही से किसानों और छात्रों समेत हर वर्ग के लोग परेशान हैं।
अमीर तबके के घरों में सोलर पैनल और इन्वर्टर जैसी सुविधाएं होने से थोड़ी राहत जरूर है, लेकिन अधिकांश ग्रामीण आबादी के पास ऐसी व्यवस्था नहीं है। ऐसे घरों में छोटे बच्चे, बीमार और बुजुर्ग गर्मी से बेहाल हैं। गांवों में लोग दोपहर के समय बाग-बगीचों में जाकर शरण ले रहे हैं, जबकि बाजारों में दुकानदार भी विद्युत कटौती से खासे परेशान हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए नौजवान भारत सभा के मित्रसेन ने विद्युत विभाग से तत्काल बिजली कटौती पर रोक लगाने और तय शेड्यूल के अनुसार आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो संगठन को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
वहीं इस पूरे मामले पर जिम्मेदार अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वे फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं और न ही कोई प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इससे लोगों में आक्रोश और असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है।