अम्बेडकर नगर। जनपद में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत 50 कृषकों का प्रशिक्षण दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा विभागीय योजना पर प्रकाश डालते हुये नवीन उद्यान रोपण- (आम, अमरूद, केला एवं ड्रैगनफूट) शाकभाजी की खेती, मसाला की खेती, संरक्षित खेती पाली हाउस, शेडनेट हाउस पर शासन, द्वारा देय अनुदान पर विस्तृत रूप से बताया गया। साथ ही उद्यान विभाग में संचालित अन्य योजनायें प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना “पर ड्राप मोर काप” व प्रधान मंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना पर भी विस्तृत प्रकाश डाला गया। कृषि विज्ञान केंन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ० प्रदीप कुमार द्वारा नवीन उद्यान रोपण में रोपण सामग्री व खेत की तैयारी पर प्रकाश डालते हुये लगने वाले रोगों पर विस्तृत चर्चा की। डॉ० राम गोपाल यादव द्वारा जैविक विधि से शाकभाजी की खेती व फसल प्रबंधन पर जानकारी दी गई एवं वर्मी कम्पोस्ट का नोडप निर्माण की विधि कृषकों को बतायी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के हेड/ वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ० रामजीत द्वारा कंदीप फसलों में सल्फर व पोटाश की कमी पर प्रकाश डालते हुये सब्जियों की खेती व मचान व स्टैकिंग विधि अपनाते हुये मल्चिंग व ड्रिप सिंचाई अपनाने की सलाह दी तथा मार्केटिंग में अधिक मूल्य प्राप्त करते हुये आधुनिक तकनीक अपनाने पर बल दिया। डा० शशांक सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक उद्यान द्वारा मौनपालन, मशरूम कल्टीवेशन कर कृषकों को अपनी आय बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही वर्तमान परिवेश में कृषकों को फूल की खेती कर कम समय में अधिक लाभ प्राप्त करने पर बल दिया। जायद मौसम में उत्पादन की जाने वाली लतावर्गीय फसलों को वेड बनाकर मंल्चिग व ड्रिप इरीगेशन अपनाने की सलाह दी गई।
कार्यक्रम में उद्यान निरीक्षक-कमलेश कुमार, व कनिष्ठ सहायक संतोष कुमार व शिवा जी पाण्डेय के साथ कृषक रमापति त्रिपाठी, तिलकराज, सुबास वर्मा, आदि मौजूद रहे।